गंगोलीहाट के अधिकांश पशुधन सेवा केंद्रों में लटके ताले

बेरीनाग में अधिकांश पशुधन सेवा केंद्रों पर ताले लटक रहे हैं। लोगों ने एक बार फिर से केंद्र खोलने की गुहार लगाई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 11:47 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 11:47 PM (IST)
गंगोलीहाट के अधिकांश पशुधन सेवा केंद्रों में लटके ताले
गंगोलीहाट के अधिकांश पशुधन सेवा केंद्रों में लटके ताले

संवाद सूत्र, बेरीनाग: पहाड़ में पशुपालन लोगों की आजीविका का मुख्य साधन है। पशुधन की सुरक्षा के लिए सरकारी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, मगर धरातल पर इनकी सुरक्षा के लिए मात्र कागजी इंतजाम नजर आते हैं। गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्रांतर्गत पशुधन प्रसार अधिकारी के अभाव में अधिकांश पशु सेवा केंद्रों में ताले लटके हुए हैं। जिस कारण पशुपालकों को अपने मवेशियों के उपचार से लेकर अन्य समस्याओं के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है।

विधानसभा गंगोलीहाट क्षेत्रांतर्गत 13 पशुधन सेवा केंद्र हैं। जिनमें से वर्तमान में 9 पशुधन प्रसार अधिकारियों के पद रिक्त चल रहे हैं। अकेले बेरीनाग विकासखंड के अंतर्गत 6 पशुधन सेवा केंद्रों में से वर्तमान में 5 केंद्रों में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद खाली हैं। पशुधन अधिकारी के अभाव में चामाचौड़, भुवनेश्वर, जयनगर, कोटमन्या, चौसाला पशु सेवा केंद्रों में ताले लटके हुए हैं। पुरानाथल पशु सेवा केंद्र के पशुधन प्रसार अधिकारी के पास 6 केंद्रों की जिम्मेदारी है। वहीं, गंगोलीहाट विकासखंड के अंतर्गत 7 पशुधन सेवा केंद्रों में से 3 केंद्रों में ही पशुधन प्रसार अधिकारी कार्यरत हैं। पोखरी, चहज, चौनाला व गणाई सिमल्ता पशुधन केंद्र अधिकारी न होने से बंद हैं। मात्र तीन पशुधन प्रसार अधिकारी पूरी विकासखंड का कार्य देख रहे हैं। दूरस्थ क्षेत्र पनौली निवासी नंदन सिंह मेहरा ने बताया कि पशुधन सेवा केंद्र बंद होने से पशुपालकों को अपने मवेशियों के लिए उपचार, देखरेख, चारे के संबंध में उचित सलाह नहीं मिल पा रही है। पशुओं की नस्ल सुधार, दुग्ध उत्पादन, टीकाकरण आदि की जानकारी भी पशुपालकों को नहीं मिल पा रही है। जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पुशपालन घटता जा रहा है।

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वर्तमान में पूरे जिले में पशु सेवा केंद्रों में स्टॉफ की कमी बनी हुई है। कर्मचारियों का स्थानांतरण शासन स्तर पर हुआ है। इस संबंध में शासन को लगातार पत्राचार किया जा रहा है।

डॉ. विद्यासागर कापड़ी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।

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मामला मेरी संज्ञान में आया है। जल्द ही संबंधित विभाग के मंत्री से वार्ता की जाएगी और सभी पशु सेवा केंद्रों में कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।

मीना गंगोला, क्षेत्रीय विधायक। विजय उप्रेती

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