पहली बार आलू पचास रु पये किलो हुआ, सब्जियां आम आदमी की पहुंच से बाहर

पिथौरागढ़ में साग सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। मध्यम आय वालों की रसोई का बजट बिगड़ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:42 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:42 PM (IST)
पहली बार आलू पचास रु पये किलो हुआ, सब्जियां आम आदमी की पहुंच से बाहर
पहली बार आलू पचास रु पये किलो हुआ, सब्जियां आम आदमी की पहुंच से बाहर

पिथौरागढ़, जेएनएन : सीमांत में साग सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। मध्यम आय वालों के लिए अब आलू और प्याज भी रसोई से बाहर हो चुका है। गरीब परिवारों के आगे साग, सब्जी पहुंच से बाहर हो चुकी है। रसोई में सबसे अधिक नजर आने वाले आलू , प्याज और टमाटर गायब होते जा रहे हैं।

पिथौरागढ़ में इस समय आलू पचास रु पए किलो, प्याज अस्सी रु पए किलो, टमाटर 65 से 70 रु पए किलो, फूलगोभी 80 रु पए किलो, मटर 120 रु पए किलो बिक रहे हैं। सभी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। बीते वर्षों तक इस सीजन में आलू, टमाटर, प्याज के दाम स्थिर रहते थे। इस वर्ष लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहली बार आलू पचास रु पए किलो हो चुका है। गरीब परिवारों के सम्मुख नमक के साथ रोटी खाने की नौबत आ चुकी है।

इस वर्ष मौसम भी अनुकूल नहीं होने तथा सितंबर माह से अब तक बारिश नहीं होने से स्थानीय हरी सब्जियों के दाम भी बढ़ चुके हैं। बीते वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष स्थानीय साग की आपूर्ति कम हो रही है। पालक की गड्डी तीस रु पए, मैथी 20 से 25 रु पए गड्डी, चंसूर व अन्य साग अब सामान्य आय वालों के बजट से बाहर हो चुके हैं। जिसका सीधा असर रसोई पर पड़ चुका है। ======= दामों की वृद्धि पर अंकुश लगाए सरकार सब्जी खरीदने पहुंची गृहिणी रजनी का कहना है कि अभी तक अन्य सब्जियों के महंगे होने के बाद आलू, प्याज से काम चल जाता था। अब तो आलू और प्याज, टमाटर भी रसोई से बाहर हो चुके हैं। त्रिलोक ने बताया कि पहली बार साग, सब्जियों के दाम इतने बढ़े हैं कि सभी का बजट गड़बड़ा गया है। जिन परिवारों में सदस्यों की संख्या अधिक है उन परिवारों का पूरा बजट बिगड़ चुका है। ग्राहकों का कहना है कि सरकार को दामों की वृद्धि पर अंकुश लगाने का प्रयास करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी