अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर दुर्योधन का गृह क्षेत्र पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज दुर्याेधन सिंह नेगी का अपने गृह क्षेत्र मुनस्यारी पहुंचने

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 03:15 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 03:15 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर दुर्योधन का गृह क्षेत्र पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर दुर्योधन का गृह क्षेत्र पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज दुर्याेधन सिंह नेगी का अपने गृह क्षेत्र मुनस्यारी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर ढोल, नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला गया।

सेना में कार्यरत जवान दुर्योधन सिंह नेगी ने बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में सिल्वर और गोल्ड मैडल जीते थे। अब तक दर्जनों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना जलवा दिखा चुके ग्राम धूरातोली निवासी दुर्याेधन सिंह के घर पहुंचने पर मुनस्यारी में जोरदार स्वागत किया गया। दुर्याेधन नेगी के गृह पहुंचने पर विवेकानंद विद्या मंदिर , शिशु मंदिर, पब्लिक स्कूल, जीआइसी और डिग्री कालेज के छात्र -छात्राओं ने ढोल, नगाड़ों के साथ जुलूस निकाल कर उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर दुर्योधन सिंह नेगी और उनके पिता रतन सिंह नेगी को भी सम्मानित किया गया।

जोहार क्लब मैदान में आयोजित अभिनंदन समारोह में दुर्याेधन सिंह नेगी के शिशु मंदिर, विविमं और जीआइसी का छात्र रहने के कारण तीनों विद्यालयों द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इस मौके पर जोहार क्लब के अध्यक्ष खुशाल सिंह धर्मशक्तू, केदार मर्तोलिया, भूपेंद्र जंगपांगी, व्यापार संघ अध्यक्ष राजू पांगती, प्रधानाचार्य भगत सिंह बोहरा, श्रीराम धर्मशक्तू , गगन पांगती, किशन कुमार आदि उपस्थित थे।

25 किमी पैदल चल कर की थी पढ़ाई मुनस्यारी: अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सर दुर्याेधन सिंह नेगी मुनस्यारी तहसील के सर्वाधिक दुर्गम क्षेत्र गोरीपार के धूरातोली गांव निवासी है। दुर्याेधन जब पढ़ता था तो गोरीपार क्षेत्र सड़क से वंचित था। दुर्योधन पढ़ने के लिए प्रतिदिन 25 किमी की पैदल दूरी तय करता था। दुर्योधन के इस उपलब्धि से पूरे गांव सहित क्षेत्र में खुशी का माहौल बना है।

दुर्याेधन की उपलब्धियां सेना में भर्ती होने के बाद दुर्याेधन नेगी विगत दस सालों से बॉक्सिंग खेल रहा है। वह वर्ष 2004 में सेना में भर्ती हुआ और 2008 से सेना में यूनिट स्तर से बॉक्सिग खेलना प्रारंभ किया। चार वर्ष बाद 2012 में सेना की बॉक्सिंग टीम में जगह बनाई । इसके बाद आगे बढ़ने का क्रम जारी है।

वर्ष 2014 में इंटर सर्विसेज बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड जीता। वर्ष 2015 में राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैपिंयनशिप में गोल्ड, वर्ष 2016 में इंटर सर्विसेज बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड तो राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर जीता। 2017 में इंटर सर्विसेज बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड और सिल्वर जीता। इस वर्ष इंटर सर्विसेज चैंपियनशिप में और राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड जीते । दुर्याेधन ने वर्ष 2015 से अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करना प्रारंभ कर दिया था। 2015 में प्रेसीडेंट कप इंडोनेशिया में सिल्वर , 2016 में मंगोलिया के उलानबतार कप में प्रतिभाग किया। इसी वर्ष प्रथम इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट नई दिल्ली में ब्रांज जीता। इस वर्ष 2018 में कजाखिस्तान के कारागंडा में आयोजित केमिस्ट्री कप में प्रतिभाग किया। 2018 में ही भारत बनाम आयरलैंड बॉक्सिंग प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल जीता। इसी वर्ष इंडियन टाइगर्स बनाम अस्ताना अनल्स व‌र्ल्ड सीरीज जो कजाखिस्तान में आयोजित हुई थी उसे जीता। बीते दिनों मास्को में आयोजित इंडियन टाइगर्स बनाम रसियन पेट्रीओट व‌र्ल्ड सीरीज मुक्केबाजी में प्रतिभाग किया।

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