अपने देश पहुंचने के लिए नेपाल जाने को मजबूर भारतीय ग्रामीण

सड़क निर्माण के चलते पैदल मार्ग ध्वस्त हो जाने से आधा दर्जन भारतीय नेपाल के रास्ते झूलाघाट पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 06:12 AM (IST)
अपने देश पहुंचने के लिए नेपाल जाने को मजबूर भारतीय ग्रामीण
अपने देश पहुंचने के लिए नेपाल जाने को मजबूर भारतीय ग्रामीण

झूलाघाट, जेएनएन: सड़क निर्माण के चलते पैदल मार्ग ध्वस्त हो जाने से आधा दर्जन भारतीय गांवों के ग्रामीणों को अपने ही देश में पहुंचने के लिए नेपाल होकर यात्रा करनी पड़ रही है। यात्रा से पहले ग्रामीण जान जोखिम में डालकर काली नदी को पार कर रहे हैं।

झूलाघाट से जौलजीवी तक निर्माणाधीन सड़क का मलबा गिरने से रडुवा के पास पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। मार्ग में मलबा जमा हो जाने से रड़वा, चकद्वारी डौड़ा, सुनखोली आदि गांवों के ग्रामीण निकटवर्ती कस्बे झूलाघाट नहीं पहुंच पा रहे हैं। ग्रामीणों को झूलाघाट पहुंचने के लिए पहले काली नदी को पार कर नेपाल जाना पड़ रहा है। नेपाल में पैदल चलकर ग्रामीण वापस काली नदी को पार कर भारत आ रहे हैं। नदी पर पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों को काली नदी में ट्यूब डालकर पार करनी पड़ रही है। इससे हादसे की आशंका बनी हुई है। सोमवार को अपने बैंक संबंधी कार्य के लिए पूर्व सैनिक राम सिंह ऐरी को इसी तरह भारत पहुंचना पड़ा। उन्होंने कहा कि आधा दर्जन गांवों के लोगों का सम्पर्क पूरी तरह कटा हुआ है। लोगों को जरू री काम काज के लिए काली नदी को पार नेपाल और फिर वहां से वापस भारत आना पड़ रहा है। उन्होंने अविलंब पैदल मार्ग को ठीक किए जाने की मांग की है। इधर, लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीपी सिंह का कहना है कि सड़क पर जमा मलबा हटाया जा रहा है। क्षतिग्रस्त मार्ग को ठीक किया जा रहा है। बुधवार तक मार्ग ठीक कर लिया जाएगा।

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