पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण जिला मुख्यालय पर देंगे धरना

बंगापानी से गोरी नदी पार निर्मित मवानी दवानी व आलम दारमा मार्ग में पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने पर ग्रामीण जिला मुख्यालय पर अगले सप्ताह धरना प्रदर्शन करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 11:26 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 11:26 PM (IST)
पुल निर्माण कार्य शुरू  नहीं हुआ तो ग्रामीण जिला मुख्यालय पर देंगे धरना
पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण जिला मुख्यालय पर देंगे धरना

संवाद सूत्र, मदकोट : बंगापानी से गोरी नदी पार निर्मित मवानी दवानी व आलम दारमा मार्ग में पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने पर ग्रामीण अगले सप्ताह जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस आशय का ज्ञापन ग्रामीणों द्वारा तहसील प्रशासन को सौंप दिया गया है।

ग्राम प्रधान मदरमा उमेश धामी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बंगापानी तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि बंगापानी से आलम दारमा तक एक वर्ष पूर्व सड़क बन चुकी है परंतु सड़क में प्रवेश करने के लिए पुल का निर्माण अभी तक नहीं किया गया है। लोनिवि इस संबंध में विगत दो सालों से अलग-अलग बहाने बता रही है। ग्रामीणों ने कहा है कि इस सप्ताह तक पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने पर अगले सप्ताह के पहले दिन सात गांवों के ग्रामीण जिला मुख्यालय कूच कर कलक्ट्रेट के सम्मुख धरना देते हुए प्रदर्शन करेंगे।

ग्रामीणों का आरोप है कि लोनिवि का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आता है। ग्रामीणों द्वारा मांग किए जाने पर झूठे आश्वासन दिए जाते हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि घुरुड़ी और लुम्ती के बीच गोरी नदी पर आवाजाही के लिए लकड़ी का अस्थाई पुल बनाया गया है। नदी का जलस्तर बढ़ते ही पुल बह जाएगा। इससे पूर्व यहां पर ट्राली लगाने की भी मांग की गई। जलस्तर बढ़ने से पूर्व ट्राली नहीं लगने पर घुरु ड़ी क्षेत्र का सम्पर्क भंग होने की आशंका जताई है।

उधर लोहाघाट तहसील के ग्राम सभा पाटन पाटनी के तोक कनेड़ा में सीवर ओवरफ्लो होने से लोगों को परेशानी हो रही है। गंदा पानी सड़क पर भर गया है। तोक कनेड़ा में निवास कर महेश खर्कवाल, राजेंद्र कुमार, चंद्रशेखर, दिनेश चंद्र, पार्वती देवी, जानकी देवी आदि ने कहा कि छमनियांचौड़ स्थित 36वी वाहिनी के आवासीय परिसर से सीवर का पानी बहकर सड़क में आ रहा है। जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है। आइटीबीपी अधिकारियों को ज्ञापन देने के बाद स्थित जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी शीघ्र सीवर का पानी बंद नही किया गया तो वह जिलाधिकारी कार्यालय में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

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