जंगल में लगी आग, कई पेड़ नष्ट
पर्वतीय क्षेत्रों में शीतकाल में भी जंगल खूब धधक रहे हैं। सोमवार को मदकोट क्षेत्र में गोरी नदी के तट से सटे जंगल में आग लग गयी।
संवाद सूत्र, मदकोट : पर्वतीय क्षेत्रों में शीतकाल में भी जंगल खूब धधक रहे हैं। सोमवार को मदकोट क्षेत्र में गोरी नदी से सटे जंगल आग की चपेट में आ गए। जंगल काफी देर तक धधकते रहे। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
जिले के कई हिस्सों के काफी समय से बारिश नहीं हुई है, जिससे वातावरण शुष्क बना हुआ है। जंगलों में भी नमी का स्तर गिर रहा है। घाटी वाले क्षेत्रों में दिन में तापमान अभी भी 25 डिग्री से ऊपर चल रहा है। सोमवार को मदकोट में गोरी नदी के तट से सटा चीड़ का जंगल आग की चपेट में आ गया। आग थोड़ी ही देर में फैल गई। जंगल में धुआं उठता देख लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। इस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग को फैलने से रोका। आग पर काबू पाने तक चीड़ के लगभग 40 छोटे पेड़ आग की चपेट में आकर नष्ट हो गए।
शीतकाल में जिले में जंगलों में आग लगने की कुल सात घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें पांच जिला मुख्यालय में तथा एक बेरीनाग और एक मदकोट में हुई है। वन विभाग ने आग से हुई क्षति का कोई आंकड़ा अब तक तैयार नहीं किया है। विभागीय अधिकारियो का कहना है कि शीतकाल का कोई फायर प्लान तैयार नहीं किया जाता है। अब तक जंगलों में सिर्फ घास जलने की ही घटनाएं हुई हैं। मदकोट में जंगल में हुई क्षति का आंकलन कराया जाएगा।