मांगों को जायज बता अनशन स्थल पर लेटकर एसडीएम ने अनशनकारियों से की वार्ता
मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे लोगों के अनशन स्थल पर पहुंचे पिथौरागढ़ धारचूला के एसडीएम ने लोगों से लेट कर वार्ता की।
धारचूला, जेएनएन : संचार, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा प्रभावित क्षेत्र की परिसंपत्ति्तयों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर दारमा, व्यास और चौंदास के ग्रामीणों द्वारा चलाए गए अनशन स्थल पर एसडीएम एके शुक्ला लेट गए। एसडीएम के लेटने केा लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं अलबत्ता एसडीएम ने क्षेत्रवासियों की मांगों को उचित बताते हुए उनके साथ होने की बात कही है।
ग्रामीणों के अनशन के छह दिन हो चुके हैं। कड़ाके की ठंड में भी ग्रामीण अनशन पर बैठे रहे। तहसील प्रशासन के सम्मुख ग्रामीणों के आंदोलन को समाप्त करने की चुनौती है। तहसील प्रशासन के मान मनुहार को ग्रामीण अनसुना कर रहे हैं। जिसे लेकर तहसील प्रशासन दबाव में है। गुरु वार सायं को अनशन स्थल पर एक नजारा देखने को मिला। तहसील कार्यालय के बाहर अनशन स्थल पर अनशनकारी बैठे थे। इसी दौरान एसडीएम एके शुक्ला अपने कार्यालय से बाहर निकले और अनशन स्थल पर पहुंचे। जहां अनशनकारियों के बैठने के लिए बिछाए गए बिछौने पर लेट गए और आराम फरमाने लगे।
एसडीएम इस दौरान अनशनकारियों से बात करने लगे। एसडीएम के इस कार्य को लेकर चर्चा चलने लगी। एसडीएम शुक्ला से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग उचित हैं पूरी होनी चाहिए। लगभग 15 मिनट तक एसडीएम अनशन स्थल पर आराम की मुद्रा में नजर आए और अनशनकारियों से बात करते रहे। एसडीएम के इस कार्य को आंदोलन को सुलझाने का प्रयास माना जा रहा है। चर्चा है कि ऊपर से पड़ रहे दबाव और आंदोलनकारियों के हठ को देखते हुए एसडीएम मनोवैज्ञानिक तरीका अपना रहे हैं।