जाख-रामेश्वर सड़क की अब तो सुध लो सरकार
एनएच बंद होने पर पिथौरागढ़ की जनता को वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने की मुहिम वर्षो बाद भी परवान नहीं चढ़ सकी है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: एनएच बंद होने पर पिथौरागढ़ की जनता को वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने की मुहिम दो वर्ष बाद भी परवान नहीं चढ़ सकी है। यह हाल तब है जब दो वर्ष पूर्व प्रदेश के मुख्य सचिव तक विकल्प तैयार करने के निर्देश दे चुके हैं।
पिथौरागढ़-घाट सड़क के समांतर ही जाख-रामेश्वर सड़क का निर्माण वर्ष 2012 में शुरू किया गया था। 15 किमी. लंबी यह सड़क दोनों ओर से काटी गई, करीब 13 किमी. सड़क काटने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। करोड़ों की धनराशि खर्चने के बाद भी यह सड़क आज तक कोई काम नहीं आई।
दो वर्ष पूर्व ऑलवेदर सड़क निर्माण के दौरान चट्टान टूट जाने से हाईवे बंद होने पर इस सड़क की सुध सरकार को आई। एनएच के विकल्प के रू प में इसे तैयार करने का निर्णय लिया गया। मुख्य सचिव ने भी इसके लिए जिला प्रशासन को दिशा निर्देश जारी किए। करीब छह माह पूर्व जाख-रामेश्वर सड़क को एनएच के विकल्प के रू प में तैयार करने की स्वीकृति से मिल गई। इसके बावजूद अभी तक सड़क निर्माण की दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। ग्रामीण संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र भट्ट ने कहा है कि समय पर इस सड़क को तैयार कर लिया जाता तो आज पिथौरागढ़ के लोगों को आवागमन में किसी तरह की दिक्कत नहीं झेलनी पड़ती। उन्होंने अविलंब सड़क का निर्माण शुरू कराए जाने की मांग की है।
इधर लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सड़क की सर्वे पूरी कर डीपीआर तैयार कर ली गई है। जिसे स्वीकृति के लिए भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही जाख-रामेश्वर सड़क में कार्य शुरू कर दिया जाएगा।