पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर की 40 एंबुलेंस को फिट रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं दीपक

कोरोना से जंग में कुछ लोग फ्रंट वारियर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:26 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:26 PM (IST)
पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर की 40 एंबुलेंस को फिट रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं दीपक
पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर की 40 एंबुलेंस को फिट रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं दीपक

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : कोरोना से जंग में कुछ लोग फ्रंट वारियर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो कुछ लोग तकनीकी सपोर्ट के रू प में जी जान से जुटे हुए हैं। तकनीकी सपोर्ट न मिले तो कोरोना से जंग भारी पड़ सकती है।

कोरोना संक्रमितों को अस्पताल पहुंचाने से लेकर हायर सेंटर में भर्ती कराने तक 108 एंबुलेंस सेवा महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इसमें चालक और मेडिकल स्टाफ फ्रंटलाइन पर काम कर रहा है तो तकनीकी स्टाफ फ्रंट लाइन को सपोर्ट दे रहा है। दिन रात दौड़ रही एंबुलेंस में तमाम तकनीकी दिक्कतें भी आ रही है। वाहनों को इस समय लंबे समय तक मोटर मैकेनिकों पर नहीं छोड़ा जा सकता है। ऐसे में 108 सेवा की तकनीकी टीम वाहनों को ठीक कर उन्हें सड़क पर ला रही है।

पिथौरागढ़, बागेश्वर और चम्पावत जनपद की 40 एम्बुलेंस की तकनीकी देखरेख का जिम्मा संभालने वाले दीपक सिंह बिष्ट ऐसे ही वॉरियर्स में शामिल हैं। पिछले 13 वर्षो से अपनी सेवा दे रहे दीपक का कहना है कि कोविड काल में 108 एंबुलेंस पर दबाव बढ़ा है। सामान्य मरीजों के साथ ही कोविड मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का जिम्मा एंबुलेंस संभाल रही हैं। तीनों जिलों में किसी वाहन में कोई दिक्कत न आए इसके लिए उनकी तकनीकी टीम रात दिन जुटी हुई है। खराबी को जल्द से जल्द दूर कर वाहन को सड़क पर लाया जा रहा है। बड़ी खराबी आने पर वर्कशॉप से मदद ली जा रही है। वर्तमान में तीनों जिलों में कोई भी एंबुलेंस तकनीकी खराबी के चलते खड़ी नहीं है।

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