घस्यारी योजना के विरोध में उतरे पिथौरागढ़ के कांग्रेसी
उत्तराखंड में महिलाओं के लिए घस्यारी योजना चलाए जाने पर पिथौरागढ़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : उत्तराखंड में महिलाओं के लिए घस्यारी योजना चलाए जाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। इसे उत्तराखंड की महिलाओं का अपमान बता पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया।
सिल्थाम चौक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर की अगुआई में प्रदर्शन करते हुए कार्यक्र्ताओं ने कहा कि घस्यारी योजना के नाम पर राज्य की महिलाओं का अपमान किया जा रहा है। सरकार महिलाओं की समस्याओं के प्रति यदि गंभीर है तो उन्हें सरकारी नौकरियों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने की व्यवस्था करे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में डेनिस शराब को मुद्दा बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी इसी ब्रांड की शराब सैनिक कैंटीनों से उपलब्ध करा रही है। भाजपा को बताना चाहिए कि क्या ये शराब नकली है। अगर शराब सही है तो हरीश रावत के कार्यकाल में भाजपा ने इसे लेकर क्यों सवाल उठाए थे। केंद्रीय गृह मंत्री के दो बार उत्तराखंड आने के बाद भी आपदा पीड़ितों और पुनर्वास के लिए केंद्र से जारी की गई धनराशि का आंकड़ा अब तक क्यों सार्वजनिक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र के स्तर से ही राज्य को सिर्फ झुनझुना दिया जा रहा है। मोदी सरकार सिर्फ कोरी घोषणाएं करने तक ही सीमित है। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए गृह मंत्री का पुतला फूंका। प्रदर्शन करने वालों में त्रिलोक बिष्ट, रजत विश्वकर्मा, सौरभ भंडारी, ऋषभ कल्पासी, मनोज ओझा, कार्तिक खर्कवाल, हिमांशु ओझा, दिनेश बिष्ट, नैन सिंह, दीपक बेलाल, गोविंद गोबाड़ी, जावेद खान, दौलत सौन, सुभाष पुनेड़ा, शाहबाज खान, मुकेश कुमार आदि शामिल थे।