पिथौरागढ़ में गुलदार का शिकार बने युवक के स्वजनों को मुआवजा न मिलने पर भड़के कांग्रेसी
पिथौरागढ़ में गुलदार के हमले में मारे गए युवक के स्वजनों को चार माह बाद भी मुआवजा न मिलने पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: गुलदार के हमले में मारे गए युवक के परिजनों को चार माह बाद भी मुआवजा नहीं मिलने से खिन्न कांग्रेसियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर विरोध जताया। राज्य सभा सांसद की मौजूदगी में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। शीघ्र मुआवजा नहीं दिए जाने पर कार्यकर्ताओं ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
सितंबर माह में मड़ेगांव निवासी भूपेंद्र सिंह सौन को गुलदार ने हमला कर मार डाला था। भूपेंद्र का क्षत-विक्षत शव सुकौली गांव में मिला था। घटना के चार माह बाद भी युवक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिला है। युवक को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर पूर्व विधायक मयूख महर की अगुवाई में अक्टूबर माह में वन विभाग परिसर में धरना दिया था। तब वन विभाग की मांग पर प्रशासन ने भूपेंद्र की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच कराई थी। अब तक न तो मजिस्ट्रेटी जांच सार्वजनिक की गई है और नहीं भूपेंद्र के परिजनों को मुआवजा दिया है।
वन विभाग पर इस मामले में उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने सांसद प्रदीप टम्टा की मौजूदगी में कलक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि बेहद गरीब परिवार के भूपेंद्र के परिजन आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। जल्द परिजनों को मुआवजा नहीं दिया जाता है तो पार्टी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को मुआवजे की मांग का ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, पूर्व विधायक मयूख महर, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर, प्रकाश देवली, भुवन पांडे, नीरज जोशी, हीरा बिष्ट, योगेश नगरकोटी, जावेद खान, करन सिंह, कुंडल महर, नारायण कोहली, संतोष गोस्वामी, त्रिलोक बिष्ट, कार्तिक खर्कवाल, शिवम पंत, राजेश शर्मा, सुधीर चौहान आदि शामिल थे।