पर्यावरण मित्रों की हड़ताल से पिथौरागढ़ नगर में सफाई व्यवस्था फिर ठप

पिथौरागढ़ नगर में शुक्रवार से सफाई व्यवस्था फिर ठप हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:37 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:37 PM (IST)
पर्यावरण मित्रों की हड़ताल से पिथौरागढ़ नगर में सफाई व्यवस्था फिर ठप
पर्यावरण मित्रों की हड़ताल से पिथौरागढ़ नगर में सफाई व्यवस्था फिर ठप

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ नगर में शुक्रवार से सफाई व्यवस्था फिर ठप हो गई। नगर में जगह- जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं। कूड़े से उठ रही दुर्गध के चलते लोगों को खासी दिक्कत हो रही। बरसात के मौसम में संक्रामक रोग फैलने की आशंका से नगरवासी परेशान हैं।

सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने का फैसला वापस लिए जाने सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बीते पांच दिनों से हड़ताल पर डटे जिला मुख्यालय के सफाई कर्मियों ने शुक्रवार को फिर सफाई व्यवस्था ठप कर दी। मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए पर्यावरण मित्रों ने हड़ताल में कुछ ढील देते हुए दो दिन नगर में सफाई की थी। शुक्रवार को नगर में जगह-जगह कूड़े के ढेर ले रहे। बारिश के चलते सड़कों पर फैले मलबे और कूड़े ने लोगों की दिक्कत बढ़ा दी है। सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दर्शन लाल की अगुवाई में पर्यावरण मित्रों ने प्रदर्शन किया। पांच दिन बीत जाने के बाद भी शासन-प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं होने से नाराज पर्यावरण मित्रों ने कहा है कि जल्द उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो वे आंदोलन को उग्र करने के लिए बाध्य होंगे।

======== जल संस्थान के आउटसोर्स कर्मचारियों ने उठाई नियमितीकरण की मांग

पिथौरागढ़: उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ विभिन्न मांगों को लेकर मुखर हो गया है। संघ ने विभागीय ढांचे में संशोधन के साथ ही आउटसोर्स से तैनात कर्मचारियों को नियमित किए जाने की मांग की है।

उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ के मंडलीय अध्यक्ष भुवन भट्ट ने कहा है कि कर्मचारी लंबे समय से विभागीय ढांचे में संशोधन करने के साथ ही आउटसोर्स एजेंसियों से तैनात कर्मचारियों का नियमितीकरण करने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इन मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने अविलंब कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किए जाने की मांग की है।

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