गोरी ओर मंदाकिनी नदी के किनारे टूटे तटबंध देख बिफरे मुख्य अभियंता डीएस सत्याल

सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता डीएस सत्याल नदी किनारे टूटे तटबंध देख बिफर पड़े।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 05:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:00 AM (IST)
गोरी ओर मंदाकिनी नदी के किनारे टूटे तटबंध देख बिफरे मुख्य अभियंता डीएस सत्याल
गोरी ओर मंदाकिनी नदी के किनारे टूटे तटबंध देख बिफरे मुख्य अभियंता डीएस सत्याल

मदकोट, जेएनएन : सिंचाई विभाग का कारनामा विभाग के मुख्य अभियंता डीएस सत्याल ने खुद बुधवार को मदकोट पहुंचकर देखा। गोरी और मंदाकिनी नदी के किनारे क्षतिग्रस्त तटबंधों को देख मुख्य अभियंता बिफर पड़े। उन्होंने अधिशासी अभियंता से इसका जवाब मांगा और जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच में जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ ही साथ वसूली भी की जाएगी।

मदकोट क्षेत्र में गोरी नदी और मंदाकिनी नदी से बस्तियों को बचाने के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्यक्रम के तहत सुरक्षा दीवार बनाई गई थी। इनमें से अधिकांश सुरक्षा दीवारें एक वर्ष के भीतर ही ढह गई। विभाग ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए टूटे हुए हिस्सों में लोहे के तारों से बैरिकेडिंग करा दी थी। क्षेत्र के लोग निर्माण के समय से ही सुरक्षा दीवारों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग कर रहे थे, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

बुधवार को विभाग के मुख्य अभियंता इं. डीएस सत्याल बाढ़ सुरक्षा के कार्यरें का निरीक्षण करने मदकोट पहुंचे। उन्होंने गोरी और मंदाकिनी नदी के किनारे पहुंचकर सुरक्षा दीवारों को देखा। क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवारों को देखकर वे बिफर पड़े। उन्होंने अधिशासी अभियंता फरहान खान से जवाब मांगा। मुख्य अभियंता ने क्षेत्र में कराए गए बाढ़ सुरक्षा कार्यों की जांच के निर्देश देते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है। एक वर्ष में ही दीवारें टूटने से साफ है कि निर्माण में कोताही बरती गई है। उन्होंने टूटे स्थानों पर लगाए गए तारबाड़ को हटाकर अविलंब कंक्रीट निर्माण कराए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान अवर अभियंता राहुल राय, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।

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