नगर रक्षक मां उल्का देवी के जयकारे से गुंज उठी सोरघाटी

चैत्र नवरात्र दशमी पर पिथौरागढ़ यानि सोर के शीर्ष में स्थित नगर की कुलदेवी मां उल्का देवी का डोला उठा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 09:55 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:55 PM (IST)
नगर रक्षक मां उल्का देवी के जयकारे से गुंज उठी सोरघाटी
नगर रक्षक मां उल्का देवी के जयकारे से गुंज उठी सोरघाटी

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: चैत्र नवरात्र दशमी पर पिथौरागढ़ यानि सोर के शीर्ष में स्थित नगर की रक्षक कुलदेवी मां उल्का देवी का डोला उठा। इस दौरान मां उल्का के जयकारों से सोरघाटी गुंजायमान हो उठी। मां उल्का का डोला उठते ही सोर क्षेत्र में चैतोल पर्व का आगाज हो चुका है।

नगर के शीर्ष में चंडाक रोड पर सेरा गांव की पहाड़ी में स्थित उल्का देवी को सोर क्षेत्र की रक्षक देवी के रू प में मान्यता है। चैत्र नवरात्र की दशमी को सेरा गांव से देवी का डोला उठता है। देवी का डोला उठने के साथ ही सोर में चैतोल पर्व का आगाज होता है। गुरु वार सुबह से ही सेरा गांव में धार्मिक अनुष्ठान होने लगे थे। सुबह ढोल-नगाड़ों के साथ गांव के युवा उल्का देवी मंदिर पहुंचे। जहां मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद देवी का खाली डोला गांव में लाया गया। अपरान्ह को गांव में डोला निकलने की तैयारी होने लगी। इस दौरान गांव के मंदिरों कालिका मंदिर, भूमियादेव मंदिर, भवानी मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई और देव डांगरों ने अवतरित होकर सभी को आशीर्वाद दिया। सायं को देवी अवतार के बाद ढोल-नगाड़ों के निनाद व ध्वज पताकाओं के साथ देवी का डोला गांव से मंदिर को रवाना हुआ। देवी का डोला जीजीआइसी होते हुए चंडाक रोड से परंपरागत मार्ग से उल्का देवी मंदिर पहुंचा। इस दौरान मार्ग में देवी का आशीर्वाद पाने के लिए लोगों का हुजूम लगा रहा। डोले के साथ लोगों ने मंदिर की परिक्रमा की और पूजा-अर्चना की गई। देवडोला में प्रतिभाग करने वालों में सेरा गांव के कवींद्र मेहता, महिपाल मेहता, लाल सिंह मेहता, भगवान सिंह मेहता, सुरेंद्र मेहता, योगेश मेहता, सभासद किशन खड़ायत समेत समस्त सेरा गांव के ग्रामीण मौजूद रहे।

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