चीड़ का पेड़ जलकर चंडाक-नाकोट रोड पर गिरा
पिथौरागढ़ सीमांत जिले में जंगलों में आग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सीमांत जिले में जंगलों में आग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। जंगल धूं-धूकर जल रहे हैं। इससे पेड़-पौधों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। शुक्रवार को चंडाक-नाकोट मोटर मार्ग पर रतवाली के पास आग की चपेट में आए एक चीड़ का विशाल पेड़ बीच सड़क में गिर गया। गनीमत रही कि इस वक्त मार्ग से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, वरना बड़ा हादसा होने की संभावना थी।
वर्तमान में रतवाली, नाकोट क्षेत्र के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। आग की चपेट में सड़क किनारे स्थित पेड़-पौधे भी आ गए हैं और टूटकर गिरने लगे हैं। शुक्रवार को दोपहर चंडाक-नाकोट मार्ग पर रतवाली के पास एक चीड़ का विशाल पेड़ टूटकर सड़क पर गिर गया। घटना के समय सड़क से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। इससे बड़ा हादसा टल गया। अलबत्ता मार्ग बड़े वाहनों के आवागमन के लिए बंद हो गया है। दोपहिया व चौपहिया वाहन चालक किसी तरह से मार्ग से आवागमन कर ले रहे हैं। ===== उडियारी गांव में घास का लूटा जला बेरीनाग: जंगलों की आग अब घरों तक पहुंचने लग गई है। शुक्रवार को उडियारी गांव में जंगल की आग पहुंच गई। इस दौरान भगवान सिंह का एक घास का लूटा इसकी चपेट में आ गया। गांव की ओर आग को बढ़ता देख महिलाएं आग बुझाने में जुट गई। कड़ी मशक्कत के बाद महिलाओं व युवक मंगल दल ने आग पर काबू पाई। आग बुझाने के प्रयास में कई महिलाओं व युवकों के हाथ व पैर भी हल्के झुलस गए। आग बुझाने वालों में मुकुल महरा, हिमांशु महरा, धीरज सिंह, दीपक महरा, दिनेश महरा, भगवान सिंह, पार्वती देवी, कमला देवी, रेवती देवी, आशा देवी, विमला देवी, कला देवी आदि शामिल थे।