पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे जमन सिंह
पिछले दस साल से थल-मुनस्यारी मार्ग बंद होने पर मशीन से मार्ग खोलने में माहिर जमन सिंह बाल-बाल बचे।
संवाद सूत्र, नाचनी : पिछले दस साल से थल-मुनस्यारी मार्ग बंद होने पर मशीन से मार्ग खोलने में माहिर जमन सिंह मार्ग खोलते समय पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। तीस घंटे से बंद मार्ग यातायात के लिए खोल दिया।
लोनिवि डीडीहाट में बुलडोजर ऑपरेटर जमन सिंह थल-मुनस्यारी मार्ग पर कार्यरत है। थल-मुनस्यारी मार्ग में नया बस्ती, हरड़िया और रातीगाड़ ऐसे स्थल हैं जहां पर विगत दस सालों से लगातार मलबा गिर रहा है। बारिश होने पर इस स्थान पर मलबा गिरता रहता है। इन स्थानों पर मार्ग खोलना एक चुनौती है। इस चुनौती को ऑपरेटर जमन सिंह ने स्वीकार की है। एक तरफ मलबा गिरता रहता है दूसरी तरफ जमन सिंह मशीन से मलबा हटा कर मार्ग खोलने में जुट जाता है। जमन सिंह की इस तत्परता से यह मार्ग लगातार मलबा गिरने के बाद भी लंबे समय तक बंद नहीं रहता है।
रात, दिन, बारिश में भी मार्ग खोलने में जुटे रहने वाले जमन सिंह की कर्मठता को देखते हुए स्थानीय लोग उसे सम्मानित कर चुके हैं। पिछले तीस घंटे से थल-मुनस्यारी मार्ग नया बस्ती के पास बंद हो गया। एक बार फिर जमन सिंह को तैनात किया गया। जमन सिंह ने तीस घंटे से ब्रंद मार्ग रविवार दिन में खोल दिया है। इस दौरान पहाड़ की तरफ से गिरे एक पत्थर की चपेट में आने से जमन ंिसंह बाल -बाल बचा। जमन सिंह जिस मशीन से मार्ग साफ करता है उस मशीन की छत भी नहीं है। बावजूद इसके जमन सिंह विपरित परिस्थिति में भी अपने फर्ज को बखूबी निभा रहे है।