बारिश व हिमपात के बाद खिली चटख धूप, मिली राहत

तीन दिन तक मौसम खराब रहने के बाद गुरु वार को चटख धूप खिली जिससे लोगों को राहत मिली।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 11:23 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 11:23 PM (IST)
बारिश व हिमपात के बाद खिली चटख धूप, मिली राहत
बारिश व हिमपात के बाद खिली चटख धूप, मिली राहत

जासं, पिथौरागढ़: तीन दिन तक मौसम खराब रहने के बाद गुरु वार को चटख धूप खिली जिससे लोगों को राहत मिली है। उच्च मध्य हिमालयी गांवों में भी जनजीवन पटरी पर चुका है। इस बार पर्याप्त बारिश होने को शुभ संकेत माना जा रहा है। जिला मुख्यालय से लेकर सभी तहसील मुख्यालयों में तीन दिन बाद रौनक लौटी है। दूसरी तरफ धारचूला में भारी हिमपात से नागलिंग और बूंदी से आगे बंद दारमा और व्यास मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य चल रहा है।

सीमांत में पिछले तीन दिनों से मौसम खराब चल रहा था। बारिश व हिमपात के चलते जिले भर में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। जिसका असर आम जनजीवन पर पड़ा था। नगरों और कस्बों के बाजारों में सुनसानी छायी थी। सड़कों पर वाहनों का संचालन भी कम हो रहा था। गुरु वार सुबह से मौसम साफ रहा। सुबह घाटियों वाले क्षेत्रों में कोहरा छाया रहा। दस बजे सुबह तक कोहरा छट गया। बारिश के चलते रात को पाला कम गिरने से गुरु वार सुबह से ही गुनगुनी धूप खिली रही।

गुरु वार को तापमान में भी वृद्धि रही। सुबह का तापमान दो डिग्री सेल्सियस और दिन का अधिकतम तापमान 15 डिग्री के आसपास रहा। तीन दिन बाद मौसम साफ होने से तीन दिनों से रु के कार्य शुरू हुए। उधर हिमनगरी मुनस्यारी में मौसम सुहावना रहा। बाहर से आए पर्यटकों ने ताजा हिमपात के बाद चमक रहे हिमालय को देख कर अपने कैमरों में कैद किया। ======== धूप खिलने से चम्पावत का मौसम हुआ सुहावना

चम्पावत/लोहाघाट : धूप खिलने से शुक्रवार को मौसम सुहावना हो गया। हालांकि सुबह के वक्त घना कोहरा छाने और शीत लहर चलने से कड़ाके की ठंड रही। पूर्वाह्न 11 बजे बाद कोहरा छंटा और लोगों ने गुनगुनी धूप का आनंद लिया। धूप खिलने से बाजारों में भी पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा चहल-पहल ज्यादा रही। दोपहर का अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान छह डिग्री रहा। दिन चढ़ने के साथ तापमान में बढ़ोतरी होती रही।

पिछले पांच दिनों से आसमान में बादल छाने और बीच बीच में बारिश होने के कारण लोगों को धूप के दर्शन नहीं हो पाए थे। शुक्रवार की सुबह से ही आसमान साफ था, लेकिन सात बजे से जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में घना कोहरा छा गया। कोहरे के कारण एनएच समेत ग्रामीण सड़कों में चलने वाले वाहनों को लाइट जलानी पड़ी। 11 बजे कोहरा छंटने के बाद धूप निखर आई। लोगों ने अपने आंगन और छतों में बैठकर गुनगुनी धूप का आनंद लिया। धूप खिलने के बाद ठंड से भी राहत मिल गई, जिससे कामकाज सुचारू हो गया। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी सुबह के समय कोहरा छाया रहा। धूप खिलने के बाद काश्तकारों ने आलू बोवाई के लिए खेत तैयार करना शुरू कर दिया है। चम्पावत, लोहाघाट, पाटी एवं बाराकोट में कई काश्तकारों ने खेतों की जुताई की। हालांकि निचले क्षेत्रों में खेतों में पानी भरा होने के कारण जुताई का काम नहीं हो पाया। लोहाघाट क्षेत्र के कई गांवों में काश्तकारों ने प्याज के पौधों की रोपाई की। काश्तकार प्रकाश चंद्र, जगदीश चंद्र आदि ने बताया कि बारिश होने से सूखने की कगार पर पहुंची फसल में जान आने लगी है।

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