सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए ब्रिगेडियर चंद

दिवंगत ब्रिगेडियर विनोद चंद शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 10:41 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 10:41 PM (IST)
सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए ब्रिगेडियर चंद
सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए ब्रिगेडियर चंद

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: दिवंगत ब्रिगेडियर विनोद चंद शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। नगर के तमाम लोगों ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। स्थानीय रामेश्वर घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ।

तीन रोज पूर्व मुवानी के पास हुई वाहन दुर्घटना में सेना मेडल से सम्मानित ब्रिगेडियर विनोद चंद का निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर सेना चिकित्सालय में रखा गया था। बीती रात्रि उनके पुत्र प्रणव चंद के पिथौरागढ़ पहुंचने के बाद शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर खड़कोट वार्ड स्थित उनके आवास पर लाया गया। सुबह से ही उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। स्थानीय सेना इकाई के ब्रिगेडियर सौरभ सिंदे, नगर पालिकाध्यक्ष अध्यक्ष राजेंद्र रावत, स्टैफर्ड परिवार के प्रबंधक राकेश देवलाल, नगर सेवा समिति के ललित खत्री, पूर्व सैनिक संगठन के प्रतिनिधियों ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना इकाई ने उन्हें अंतिम सलामी दी।

स्थानीय रामेश्वर घाट पर सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। उनके पुत्र प्रणव चंद ने मुखाग्नि दी। मालूम हो तीन रोज पूर्व मुवानी के निकट फा‌र्च्यूनर वाहन खाई में गिर गया था। जिसमें ब्रिगेडियर चंद सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी। इनमें दो मृतक नेपाल के निवासी थे। मृतकों में दो लोगों की अंत्येष्टि बीते रोज झूलाघाट में की गई थी। ====== दिवंगत कर्नल जोशी को सामाजिक संगठनों ने दी श्रद्धांजलि

पिथौरागढ़: सामाजिक हितों से जुड़े देश के लिए दो युद्ध लड़े दिवंगत कर्नल आरडी जोशी को विभिन्न सामाजिक संगठनों ने गांधी चौक में सामूहिक रू प से श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि देते हुए समाज सेवी जुगल किशोर पांडेय ने कहा कि कर्नल स्व. आरडी जोशी ने जहां सेना में रहते हुए देश के लिए वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध और वर्ष 1971 का भारत पाक युद्ध लड़े । वहीं सेवानिवृत्ति के बाद समाज सेवा को अपना कर्म बनाया। समाज के गरीब तबकों की मदद के अलावा निर्धन बच्चों को हमेशा पाठ्य सामग्री व अन्य आवश्यक वस्तुएं ताउम्र प्रदान करते रहे। वह जीवन के अंतिम क्षणों तक एक सैनिक की तरह ही हर सामाजिक कार्यक्रम में उत्साह ,जोश के साथ प्रतिभाग करते थे। उनका निधन जिले के लिए सामाजिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है।

श्रद्धांजलि सभा में डा. गुरु कुलानंद कच्चाहारी, बार संघ अध्यक्ष मोहन भट्ट, डा. तारा सिंह, डीएन भट्ट , जेके पांडेय, डीएस भंडारी, डीआर चन्याल, तपन रावत, पवन माहरा, विल्लव भट्ट, राकेश धामी, ललित शौर्य, सीएस भट्ट, जीबी नगरकोटी, सोबन ख्ड़ायत, सुभाष जोशी, चंद्रप्रकाश पुनेडा, हिमांशु वर्मा, हरिश्चंद्र पांडेय, अमरनाथ जुकरिया, गिरीश जोशी आदि मौजूद रहे।

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