आपदा से ध्वस्त हुई भौरा-सौरियां नहर, धान रोपाई का कार्य ठप

भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में हुई भारी बारिश से छह गांवों को सिंचाई सुविधा देने वाली भौरा-सौरियां नहर ध्वस्त हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 09:41 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 09:41 PM (IST)
आपदा से ध्वस्त हुई भौरा-सौरियां नहर, धान रोपाई का कार्य ठप
आपदा से ध्वस्त हुई भौरा-सौरियां नहर, धान रोपाई का कार्य ठप

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में हुई भारी बारिश से छह गांवों को सिंचाई सुविधा देने वाली भौरा-सौरियां नहर ध्वस्त हो गई है। जिससे गांवों में धन की रोपाई का काम ठप हो गया है। परेशान ग्रामीणों ने अविलंब नहर को ठीक कराए जाने की मांग की है।

ग्राम प्रधान केसर सिंह ने बताया कि नहर कई जगह टूट गई है। नहर में मलबा भर गया है। नहर क्षतिग्रस्त होने से खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। इस समय किसान अपने खेतों में धान की रोपाई कर रहे हैं, जिसके लिए पानी की जरू रत है। उन्होंने अविलंब नहर को ठीक कराए जाने की मांग करते हुए कहा है कि नहर जल्द ठीक नहीं हुई तो इस वर्ष सैकड़ों परिवार धान की रोपाई नहीं कर पाएंगे। बता दें भारत नेपाल क्षेत्र के किसान जिले में सर्वाधिक चावल पैदा करने वालों में शामिल हैं। चावल उत्पादन से ही कई परिवार अपनी आजीविका चलाते हैं।

क्षेत्रवासियों ने नहर ठीक कराने की मांग को लेकर जिलाधिकारी और सिंचाई विभाग को पत्र प्रेषित किया है। ======== सूखीढांग-डांडा मीडार मोटर मार्ग ठीक करने की मांग

चम्पावत : सूखीढांग डांडा मीडार मोटर मार्ग की दुर्दशा को लेकर मंगलवार को पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जगदीश चंद्र परगांई ने डीएम को ज्ञापन भेजा। उनका कहना था कि बीते दिनों बारिश के चलते सूखीढांग डांडा मीडार मोटर मार्ग में जगह जगह गड्ढे बने हुए है। कई जगहों पर मलबा गिरने से दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे सड़क में वाहनों की आवाजाही न हो पाने से क्षेत्र के ग्रामीणों को पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है। जिससे दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। उन्होंने शीघ्र मोटर मार्ग को ठीक कराने की मांग की है।

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