कनालीछीना की सड़कों की भी सुध लो सरकार, जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं ग्रामीण

नेपाल सीमा से लगे विकास खंड कनालीछीना के अंतर्गत आने वाली सड़कों का बारिश ने हुलिया बदल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:48 PM (IST)
कनालीछीना की सड़कों की भी सुध लो सरकार, जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं ग्रामीण
कनालीछीना की सड़कों की भी सुध लो सरकार, जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं ग्रामीण

जासं, पिथौरागढ़: नेपाल सीमा से लगे विकास खंड कनालीछीना के अंतर्गत आने वाली सड़कों का बारिश ने हुलिया बदल दिया है। क्षेत्र की समस्त ग्रामीण सड़कें बदहाल हो चुकी हैं। विकास खंड मुख्यालय कनालीछीना कस्बे में टनकपुर -तवाघाट हाईवे पर लगातार मलबा गिर रहा है। सड़क से नीचे स्थित कई मकान खतरे में आ चुके हैं। जमतड़ी मार्ग पर पहाड़ी टूटने से ग्रामीण जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं।

विगत तीन माह से ग्रामीण मार्गों की हालत दयनीय है। सड़कों के बंद होने से ग्रामीण पैदल सफर कर रहे हैं। जमतड़ी, हराली -पथरौली, डोडा, चमलेख, द्वालीसेरा, डुंडू, चनौली, घिंघरानी, रणवा, अमतड़ी, गिठीगड़ा , सिरोली ग्रामीण सडकें बदहाल हो चुकी हैं। जमतड़ी मार्ग पर पहाड टूट कर गिरा है। ग्रामीण इस स्थान पर जान हथेली पर रखकर आवाजाही कर रहे हैं। हराली, पथरौली सड़कों पर तलैया बनी हैं। अमतड़ी, रणवा, डूंडू, द्वालीसेरा में मार्ग दलदल बना है। वाहन से सवारियों को उतार कर वाहन पास हो रहे हैं।

विकास खंड के ग्रामीण सड़कों की दुर्दशा के तीन माह पूरे हो चुके हैं। अभी तक विभाग, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इसकी सुध तक नहीं ली है। क्षेत्र की जनता आक्रोशित है। पूर्व जिपं अध्यक्ष किशन भंडारी के व्यक्तिगत प्रयास से कुछ सड़कों की दशा सुधारी गई। भंडारी का कहना है कि इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व प्रदेश के पेयजल मंत्री करते हैं, परंतु फिर भी सड़कों की दशा नहीं सुधारी जा रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र मार्गों की दशा नहीं सुधारे जाने पर वह क्षेत्र की जनता को साथ लेकर आंदोलन प्रारंभ करेंगे । ========== नमामि गंगे कार्यक्रम कनालीछीना में और धावक बाहर के कनालीछीना: सोमवार को राइंका कनालीछीना में आयोजित नमामि गंगे कार्यक्रम को लेकर कनालीछीना की जनता ने सवाल उठाए हैं। पूर्व जिपं अध्यक्ष किशन भंडारी ने कहा है कि कार्यक्रम कनालीछीना में आयोजित किया गया। इसमें धावक बाहर के बुलाए गए जबकि नियमानुसार स्थानीय धावक होने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम का क्षेत्र को किसी तरह का फायदा नहीं मिला है। कार्यक्रम में स्थानीय लोग कम और बाहरी लोग अधिक रहे। उन्होंने कहा कि कनालीछीना विकास खंड के साथ हर मामले में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

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