15 दिन में ही उखड़ा नैनीपातल-मड़मानले सड़क का डामर, लोगों ने उठाई जांच की मांग
नैनीपातल-मड़मानले सड़क का डामर 15 ही दिन के भीतर उखड़ जाने पर लोगों में आक्रोश है।
पिथौरागढ़, जेएनएन: सरकारी धन का दुरुपयोग किस तरह किया जाता है। इसकी एक बानगी विकासखंड मूनाकोट के नैनीपातल-मड़मानले सड़क में देखने को मिल रहा है। जहां 3 किमी सड़क डामरीकरण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है। आलम यह है कि सड़क में 15 दिन पूर्व किया गया डामर उखड़ चुका है। क्षेत्रवासियों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी के सम्मुख घटिया गुणवत्ता का मामला उठाया।
ग्राम प्रधान लछैर कुंडल महर के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे को बताया कि 3 किमी नैनीपातल-मड़मानले सड़क में 15 दिन पूर्व डामरीकरण कार्य किया गया था, जिसमें घटिया गुणवत्ता का प्रयोग किया जा रहा है। वर्तमान में सड़क में जगह-जगह डामर उखड़ चुका है। इससे सड़क पहले से भी अधिक बदतर हो चुकी है। ग्राम प्रधान महर ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ ही इस सड़क में काफी मात्रा में पाला गिर रहा है। संबंधित ठेकेदार को इस सीजन में डामरीकरण नहीं करने को कहा गया। बावजूद इसके पालाग्रस्त क्षेत्र में जबरन डामरीकरण कार्य किया गया। जिसका खामियाजा आज क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर क्षेत्रवासियों ने सड़क में हुए डामरीकरण कार्य की उच्च स्तरीय जांच कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की। ========== बदहाल रोड को लेकर विधायक से मिले ग्रामीण
पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाली जौलजीबी-टनकपुर सड़क का 18 किमी. हिस्सा बदहाल है। डामर उखड़ जाने से गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क जानलेवा बनी हुई है। प्रभावित हो रही करीब 15 हजार की आबादी ने क्षेत्रीय विधायक के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपनी समस्या बताते हुए इससे निजात दिलाए जाने की मांग की है। दर्जन भर पंचायत प्रतिनिधियों ने गुरुवार को विधायक विशन सिंह चुफाल से मुलाकात की।