गुंजी में सेना बनी ग्रामीणों की मददगार

पैंतीस दिनों से तवाघाट- गर्बाधार -लिपुलेख मार्ग के बंद है। ऐये में सेना ग्रामीणों के लिए मददगार बन कर सामने आई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 10:43 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 10:43 PM (IST)
गुंजी में सेना बनी ग्रामीणों की मददगार
गुंजी में सेना बनी ग्रामीणों की मददगार

संवाद सूत्र, धारचूला (पिथौरागढ़)। विगत पैंतीस दिनों से तवाघाट- गर्बाधार -लिपुलेख मार्ग के बंद होने से उच्च हिमालयी गुंजी गांव के लिए सेना मददगार साबित हुई है। सेना की कुमाऊं स्काउट के अधिकारी और जवान ग्रामीणो ंकी मदद में जुटे हैं। ग्रामीणों ने सेना से मिल रही मदद पर खुशी जताई है।

विगत 35 दिनो से मार्ग बंद होने से ग्रामीण परेशान हैं। इस बीच ग्रामीणों ने सेना से मदद की मांग की थी। दूसरी तरफ कुछ लोगों ने सेना के जवानों पर आरोप भी लगाए थे। इन आरोपों के बाद कुमाऊं स्काउट के सीओ कर्नल जतिन गुलेरिया गुंजी पहुंचे । जहां पर उन्होंने गुंजी गांव के ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों द्वारा मार्ग, पेयजल , कुटी नदी पर बने मोटर पुल के नीचे हो रहे कटाव से गांव के लिए बढ़ रहे खतरे से बचाव आदि के संबंध में चर्चा की । कर्नल जतिन गुलेरिया के निर्देश पर जवानों ने गुंजी से कुटी को जाने वाले पैदल मार्ग को खोलने के साथ ही इस मार्ग को एक मीटर चौड़ा बना दिया है।

पुल के नीचे हो रहे कटाव के चलते बने खतरे को देखते हुए सेना लगातार इस पर नजर रखे हुए है। ग्रामीणों की मांग पर सेना के अपने वाहन से ग्रामीणों का खाद्यान्न मनीला से दो किमी दूर गांव तक पहुंचा रही है। गांव की क्षतिग्रस्त पेयजल योजना के लिए सेना ने ठीक करने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में पेयजल योजना को ठीक करने के लिए सेना के अधिकारी और जवान पेयजल लाइन और मूल टैंक का निरीक्षण कर चुके हैं। सेना पाइप लाइन और टैंक की मरम्मत करने का आश्वासन दे चुकी है। ग्रामीणों ने सेना के सहयोग पर आभार जताया है। वन सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल ने सीओ से आपातकाल में सेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को धारचूला तक पहुंचाने की मांग की है।

व्यास मार्ग गुंजी से चलसीता तक खुला धारचूला : विगत पैंतीस दिनों से बंद तवाघाट- लिपुलेख मार्ग गुंजी से नीचे की तरफ चलसीता तक खुल चुका है। छंकनरे पर मार्ग में मलबा आने से दलदल बना है। इस समय वाहन गुंजी से चलसीता तक आ रहे हैं। यहां पर दलदल बने मार्ग को यात्री पार करदूसरी तरफ आकर वाहन से कूलागाड़ तक पहुंच रहे हैं। कूलागाड़ को अस्थाई पुल से पार कर तीसरे वाहन से धारचूला पहुंच रहे हैं। कूलागाड़ में पुल निर्माण के संबंध में बीआरओ ने बताया कि वेलीव्रिज के लिए पूरी सामग्री पहुंच चुकी है। कूलागाड़ में वेलीब्रिज बनाने के लिए चट्टान काटने का कार्य चल रहा है। 25 जुलाई तक वेलीब्रिज तैयार होने के आसार हैं।

दूसरी तरफ तवाघाट-सोबला -दारमा मार्ग स्थानीय ठेकेदार ने लोडर मशीन से नागलिंग तक खोल दिया है। अब नागलिंग से खेत तक मार्ग खोला जा रहा है। यह मार्ग तवाघाट की तरफ से खेत से नागलिंग तक कई स्थानों पर बंद है।

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