मरीज को पिथौरागढ़ ले जा रही एंबुलेंस जाम में फंसी

पिथौरागढ़ जनपद के थल कस्बे में जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। यहां आये दिन लग रहे जाम के कारण लोगों को पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:15 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:15 PM (IST)
मरीज को पिथौरागढ़ ले जा रही एंबुलेंस जाम में फंसी
मरीज को पिथौरागढ़ ले जा रही एंबुलेंस जाम में फंसी

संवाद सूत्र, थल : थल कस्बे में जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। यहां आये दिन लग रहे जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को बाजार में लगे जाम के चलते मरीज को ले जा रही एक एंबुलेंस भी 20 मिनट तक जाम में फंसी रही।

थल में पार्किंग सुविधा न होने से अनियंत्रित वाहनों से हर समय जाम की समस्या बनी रहती है। आये दिन लग रहे जाम के कारण आम लोगों के साथ ही मरीजों के लिए भी मुसीबत खड़ी हो गई है। सोमवार को मुख्य बाजार में फिर से जाम की स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान मुनस्यारी से जिला अस्पताल के लिए मरीज को ले जा रही 108 एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने तत्परता से करीब 20 मिनट बाद जाम खोलकर एंबुलेंस वाहन को पास कराया। इधर, हर रोज लग रहे जाम से स्थानीय जनता में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जाम के चलते मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं। राहगीरों को भी फजीहत झेलनी पड़ रही है। लोगों ने कहा कि यदि शीघ्र जाम की समस्या से निजात नहीं दिलाई गई तो क्षेत्रवासी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

इधर बाहरी जनपदों से आ रहे लोगों के मामले में बरती जा रही उदासीनता सीमांत जिले के लोगों पर भारी पड़ सकती है। शादी-ब्याह को लेकर बाहरी जनपदों से बड़ी संख्या में लोग इन दिनों जिले में पहुंच रहे हैं।

सीमांत जिले में संक्रमण की स्थिति अभी नियंत्रण में है। राज्य के अन्य जिलों की तुलना में जिले में संक्रमण के मामले कम सामने आ रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों के जरिये संक्रमण की आशंका बनी हुई है। इसे देखते हुए नगर के प्रवेश द्वार ऐंचोली में बाहर से आने वाले वाहनों को रोककर यात्रियों की सैंपलिंग की व्यवस्था की गई है, लेकिन बाहरी जनपदों से आ रहे अधिकांश वाहनों को जांच सेंटर में रोका ही नहीं जा रहा है। वाहन सीधे नगर में प्रवेश कर रहे हैं। बाहर से आने वाले कई यात्री खुद को पड़ोसी जनपद का बताकर जांच से बच रहे हैं। जांच में यह लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। सामाजिक कार्यकर्ता जेसी जोशी ने कहा है कि बाहर से आने वाले लोगों को जांच कराई जाए इसके बाद ही उन्हें नगर में प्रवेश दिया जाए।

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