शिक्षकों के संबद्धीकरण मामले की जांच को दून से पिथौरागढ़ पहुंचे अपर निदेशक
एक वर्ष पूर्व शिक्षकों के संबद्धीकरण मामले की जांच शुरू हो गई है। मंगलवार को अपर निदेशक दून से पिथौरागढ़ पहुंचे।
पिथौरागढ़, जेएनएन : एक वर्ष पूर्व शिक्षकों के संबद्धीकरण मामले की जांच शुरू हो गई है। मंगलवार को देहरादून से पिथौरागढ़ पहुंचे अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ने सम्बद्धीकरण से जुड़े साक्ष्य देखे।
पिथौरागढ़ जिले में तैनात जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) शौकत अली के कार्यकाल में जुलाई 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक कई शिक्षकों का संबद्धीकरण हुआ। इस मामले की शिकायत शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से की गई। शिक्षा मंत्री के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी को सेवानिवृत्ति से चार दिन पूर्व 27 जनवरी को निलंबित कर दिया गया और पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए। जांच का जिम्मा अपर निदेशक बीएस रावत को सौंपा गया है।
अपर निदेशक रावत मंगलवार को पिथौरागढ़ पहुंचे। उन्होंने पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी शौकत अली के कार्यकाल में हुए शिक्षकों के समायोजन/संबद्धता से संबंधित रिकार्ड देखे और अधिकारियों से जानकारी ली। जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद शासन को सौंपी जाएगी। अगला निर्णय शासन स्तर से लिया जाएगा।
इससे पूर्व अपर निदेशक के पिथौरागढ़ पहुंचने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया, एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के सौरभ चंद, ज्योति पांडे, संजय पंत, राजेंद्र राणा, ईश्वरी लाल साह आदि ने स्वागत किया। ======== बिण विकास खंड में हुई संबद्धता की जांच की मांग पिथौरागढ़: जनमंच के सुबोध बिष्ट ने अपर निदेशक बीएस रावत से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विकास खंड में समय-सयम पर की गई संबद्धता का उल्लेख करते हुए जांच की मांग की गई। जनमंच के सभासद सुबोध बिष्ट ने कहा कि संबद्धता का नुकसान सरकारी स्कूलों में पड़ने वाले बच्चों को उठाना पड़ता है। अपर निदेशक ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।