90 वर्षीय हरिप्रिया आमा ने कोरोना को दी मात

90 वर्षीय हरिप्रिया पंत आमा ने कोरोना को मात दी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:47 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:47 PM (IST)
90 वर्षीय हरिप्रिया आमा ने कोरोना को दी मात
90 वर्षीय हरिप्रिया आमा ने कोरोना को दी मात

जासं, पिथौरागढ़: कोरोना सुनते ही लोगों के होश उड़ जाते हैं। केवल पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही मरीज मानसिक रू प से टूट जाता है। अधिक उम्र वालों के लिए तो कोरोना को सबसे अधिक खतरा बताया जाता है। पिथौरागढ़ में 90 वर्षीय हरिप्रिया पंत कोरोना को मात देकर स्वस्थ होकर घर लौट चुकी है। उन्होंने अपने पुत्र और पुत्रवधू को अपने जीवन का दाता बताया है।

हरिप्रिया पंत को कोरोना संक्रमण हो गया। घर पर बेहोश हो गई। उन्हें कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया। मां को वार्ड में भर्ती कराने पर श्रवण कुमार बने पुत्र प्रकाश पंत उर्फ परी दा और उनकी गीता पंत ने उन्हें अकेला नहीं छोड़ा। कोरोना 19 का खौफ यह है कि लोग परिवार के ही सदस्य की सेवा तो दूर उससे दूरी बना लेते हैं। वहीं प्रकाश पंत जैसे पुत्र भी हैं जो अपनी मां की सेवा के लिए कोरोना संक्रमण को धता बताते हुए कोविड वार्ड में पहुंच गए। जहां पर उन्होंने छह दिनों तक अपनी मां की रात दिन सेवा की।

प्रकाश ने अपनी मां की बेहोशी के दौरान उनके मुंह फलों का जूस डालते रहे, बेहोशी टूटने पर जैसे तैसे अपनी मां को खाना खिलाया। ऑक्सीमीटर लेकर अपनी मां का समय-समय पर ऑक्सीजन भी नापते रहे। रात भर जग कर अपनी मां के मुंह पर लगे ऑक्सीजन के पाइप लगाते रहे। इस दौरान प्रकाश पंत की पत्नी गीता पंत भी पूर्ण सहयोग देती रही। सेवा के आगे बीमारी हारी। हरिप्रिया पंत स्वस्थ होकर घर लौट चुकी है। हरिप्रिया ने इसे अपना नया जीवन बताया और इस जीवन का दाता पुत्र और पुत्रवधु को बताया। प्रकाश पंत ने इस दौरान अपनी मां के अलावा वार्ड में भर्ती अन्य रोगियों की भी सेवा की।

प्रकाश पंत के छोटे भाई प्रमोद पंत का कहना है कि बड़े भाई और भाभी की सेवा से ही मां को बचाया गया । उन्होंने इसके लिए जिला चिकित्सालय के सीएमएस सहित पूरे स्टाफ और समाज सेवी भूपेश पंत का आभार जताया है।

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