कोटद्वार: पुलिस हिरासत में लिए गए वन वाचर की मौत, दूसरे की तबीयत बिगड़ी; गेट तोड़ शव लेकर थाने में घुसे ग्रामीण

कालागढ़ थाने में पूछताछ के लिए लाए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज से राइफल चोरी के मामले में पूछताछ के लिए गुरूवार दोपहर थाने में लाया गया था।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 10:06 PM (IST)
कोटद्वार: पुलिस हिरासत में लिए गए वन वाचर की मौत, दूसरे की तबीयत बिगड़ी; गेट तोड़ शव लेकर थाने में घुसे ग्रामीण
पुलिस हिरासत में लिए गए युवक की मौत।

जागरण संवाददाता, कोटद्वार। कालागढ़ थाने में पूछताछ के लिए लाए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज से राइफल चोरी के मामले में पूछताछ के लिए गुरूवार दोपहर थाने में लाया गया था। युवक की मौत से आक्रोशित ग्रामीण शुक्रवार सुबह शव लेकर थाने में पहुंचे और हंगामा काटा। ग्रामीण युवक की पिटाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे थे। दस घंटे तक चले इस हंगामे के बाद ग्रामीणों व प्रशासन के मध्य कई मर्तबा वार्ता भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। शाम को विधायक सुशांत कुमार की मध्यस्थता में हुई वार्ता के बाद ग्रामीण शांत हुए। कोटद्वार में तीन सदस्यीय चिकित्सकों के दल ने देर शाम युवक के शव को पोस्टमार्टम किया।

कार्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज के अंतर्गत कठियापुल चौकी से एक राइफल चोरी हो गई। इस मामले में रेंज अधिकारी संचिता वर्मा की ओर से 18 जुलाई को अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। गुरूवार दोपहर करीब एक बजे पुलिस मामले में पूछताछ के लिए जनपद बिजनौर के अंतर्गत ग्राम फतेहपुर (धारा) निवासी वन वाचर सुनील कुमार सैनी उर्फ सोनू (26 वर्ष) पुत्र स्व.धीराज सिंह सहित तीन युवकों को थाने में ले आई। सुनील के पड़ोसी फतेहपुर निवासी जय सिंह ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे पुलिस ने सोनू के मामा महेश को फोन कर सोनू को घर ले जाने को कहा। महेश जब थाने में पहुंचे तो सोनू बीमार नजर आ रहा था। गांव में निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां उसे चिकित्सक ने उन्हें अफजलगढ़ जाने की सलाह दी। जय सिंह ने बताया कि अफजलगढ़ से भी सुनील को बिजनौर रेफर कर दिया गया, जहां मध्य रात्रि उसकी मौत हो गई।

सुबह करीब सात बजे भारी तादाद में ग्रामीण सोनू के शव को लेकर कालागढ़ थाने में पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि वन विभाग व पुलिस कर्मियों की पिटाई से सोनू की मौत हुई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का गेट भी तोड़ डाला। इधर, हंगामे की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी.रेणुका देवी, एसडीएम योगेश मेहरा, सीओ अनिल जोशी, कोतवाल नरेंद्र सिंह बिष्ट, सीआईयू प्रभारी विजय सिंह मय फोर्स कालागढ़ पहुंच गए। उधर, काशीपुर से अपर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार भी मय फोर्स कालागढ़ आ गए। सभी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

दोपहर बाद बढ़ापुर विधानसभा के विधायक सुशांत कुमार और भारतीय किसान यूनियन के सदस्य मदन राणा ने ग्रामीणों से वार्ता की। जिसके बाद विधायक की मध्यस्थता में ग्रामीणों के छह सदस्यीय दल ने प्रशासन से वार्ता की। एसएसपी पी.रेणुका देवी ने बताया कि पीड़ित परिवार को छह लाख की मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही परिवार के एक सदस्य को दैनिक श्रमिक के रूप में कार्य पर रखने का निर्णय लिया गया है। बताया कि पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच करवाई जाएगी। जांच में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बेहोश हुआ वन आरक्षी, बिजनौर रेफर

कालागढ़ थाने में शुक्रवार सुबह जिस वक्त ग्रामीण हंगामा कर रहे थे, उसी दौरान थाने के भीतर मौजूद एक युवक बेहोश हो गया। बताया गया कि फतेहपुर (धारा) निवासी पुष्पेंद्र पुत्र स्व.भोपाल सिंह को भी गुरूवार को ही पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। पुष्पेंद्र झिरना रेंज में ही वन वाचर के पद पर कार्यरत है। बेहोश युवक को पुलिस कालागढ़ स्वास्थ्य केंद्र में ले गई, जहां से उसे बिजनौर रेफर कर दिया गया।

यह भी पढ़ें- हरिद्वार: ईद की छुट्टी आए युवक को घर से बुलाकर ले गया दोस्त, अज्ञात हमलावरों ने गोली मार उतारा मौत के घाट

chat bot
आपका साथी