खड़ दीया पूजन में होगा कोविड नियमों का पालन

कोरोना महामारी के इस दौर में श्रीनगर के प्राचीन श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित होने वाले खड़ दीया पूजन में शामिल होने को लेकर निस्संतान दंपतियों में भय अथवा संकोच नहीं देखा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 10:24 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 10:24 PM (IST)
खड़ दीया पूजन में होगा कोविड नियमों का पालन
खड़ दीया पूजन में होगा कोविड नियमों का पालन

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कोरोना महामारी के इस दौर में श्रीनगर के प्राचीन श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित होने वाले खड़ दीया पूजन में शामिल होने को लेकर निस्संतान दंपतियों में भय अथवा संकोच नहीं देखा जा रहा है। श्रद्धालुओं का मानना है कि भक्ति भावना और ईश्वर आशीर्वाद से संबंधित नियमों का पालन करते हुए कोरोना उनके पास नहीं फटकेगा। हालांकि मंदिर प्रबंधन का कहना है कि कोविड नियमों का हर हाल में पालन किया जाएगा।

श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर में 28 नवंबर शाम से वैकुंठ चतुर्दशी पर खड़ दीया पूजन होगा। अब तक देहरादून, दिल्ली, हरिद्वार, अल्मोड़ा आदि शहरों से 65 निस्संतान दंपतियों ने संतान की कामना को लेकर खड़ दीया पूजन में भाग लेने को लेकर पंजीकरण करवा दिया है। खड़ दीया पूजन में संतान की कामना को लेकर निस्संतान दंपती रात्रिभर हाथ में जलते दिए के साथ खड़े रहते हुए भगवान शिव की आराधना करते हैं।

श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्री 108 आशुतोष पुरी महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर खड़ दीया पूजन में कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। पर्याप्त शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए खड़ दीया पूजन का आयोजन होगा, जिसमें मास्क पहनना भी जरूरी होगा। महाराज ने कहा कि खड़ दीया पूजन शुरू होने से पूर्व मंदिर परिसर को पूर्णत: सैनिटाइज किया जाएगा। उन्होंने भक्तों से भी अनुरोध किया कि वैकुंठ चतुर्दशी पर्व पर मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने के लिए आते समय शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए मास्क लगाने के साथ ही भीड़ से भी बचें।

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