अक्टूबर में सिविल सेवा परीक्षा कराने पर जोर

अखिल भारतीय सिविल सेवा एनडीए के साथ ही संघ सेवा आयोग नई दिल्ली से की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए अब पहाड़ के युवाओं छात्रों को बड़े शहरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 06:21 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:02 PM (IST)
अक्टूबर में सिविल सेवा परीक्षा कराने पर जोर
अक्टूबर में सिविल सेवा परीक्षा कराने पर जोर

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: अखिल भारतीय सिविल सेवा, एनडीए के साथ ही संघ सेवा आयोग नई दिल्ली से की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए अब पहाड़ के युवाओं, छात्रों को बड़े शहरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। यूपीएससी ने श्रीनगर गढ़वाल को परीक्षा केंद्र बना दिया है। जिसकी जिम्मेदारी संघ लोकसेवा आयोग ने गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय को दी है।

कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने प्रो. एमएम सेमवाल को यूपीएससी की परीक्षाओं को लेकर नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। अक्टूबर में प्रस्तावित सिविल सेवा परीक्षा श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित कराने को लेकर मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग के अनुसचिव संजीव थपलियाल और आरएस बिष्ट ने बिड़ला परिसर श्रीनगर के एसीएल हाल में गढ़वाल विवि के अधिकारियों के साथ ही विभिन्न स्कूलों के परीक्षा सुपरवाइजरों के साथ बैठक कर परीक्षा आयोजन प्रबंध को लेकर उन्हें टिप्स भी दिए।

बैठक में नोडल अधिकारी प्रो. एमएम सेमवाल, संघ लोक सेवा आयोग के अनुसचिव संजीव थपलियाल, अनुसचिव आरएस बिष्ट, अपर जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल डा. एसके बरनवाल, कुलसचिव डा. अजय खंडूड़ी, सहायक नोडल अधिकारी प्रो. राकेश कुंवर, विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पीएस राणा, चीफ प्रॉक्टर प्रो. अरुण बहुगुणा, चौरास कैंपस निदेशक प्रो. डीपी सकलानी, उपजिलाधिकारी रविद्र सिंह बिष्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी सीडी नौटियाल बैठक में उपस्थित थे।

आठ परीक्षा केंद्र हैं प्रस्तावित

गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में श्रीनगर में संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली की प्रतियोगी परीक्षाएं कराने को लेकर शहर में आठ परीक्षा केंद्र प्रस्तावित हैं। जिनमें राइंका, राबाइंका, पालीटेक्निक, गुरुरामराय स्कूल, एनआइटी, बिड़ला परिसर श्रीनगर, चौरास परिसर और विद्या मंदिर इंटर कालेज श्रीकोट शामिल हैं।

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