शोध कार्यों को बढ़ावा देने को विवि की अनूठी योजना

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: युवा फैकल्टियों के साथ ही छात्र-छात्राओं को भी शोध कार्यों के लिए प

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 10:17 PM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 10:17 PM (IST)
शोध कार्यों को बढ़ावा देने को विवि की अनूठी योजना
शोध कार्यों को बढ़ावा देने को विवि की अनूठी योजना

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: युवा फैकल्टियों के साथ ही छात्र-छात्राओं को भी शोध कार्यों के लिए प्रेरित करने को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिसर्च एंड कंसलटेंसी कोआर्डिनेशन सेल (आरसीसी सेल) का गठन किया गया है।

कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की विशेष पहल पर गठित विवि का यह आरसीसी सेल शोध परियोजनाओं को बढ़ावा देने के साथ ही समाज से जुड़े ज्वलंत मुद्दों को भी शोध परियोजनाओं के लिए प्राथमिकता से वातावरण उपलब्ध कराएगा। विश्वविद्यालय की छह युवा फैकल्टियों को शोध प्रोजेक्ट के लिए गढ़वाल केंद्रीय विवि आर्थिक सहायता भी देगा। इन युवा फैकल्टियों का चयन उनके रिसर्च प्रोजेक्ट के आधार पर विश्वविद्यालय करेगा। विज्ञान विषयों से संबंधित विषयों के साथ ही मानविकी और सामाजिक विज्ञान क्षेत्र से तीन-तीन फैकल्टियों का चयन इस शोध परियोजना के लिए किया जाएगा। विज्ञान से संबंधित शोधकर्ता फैकल्टी को ढाई लाख रुपये और सामाजिक विज्ञान से संबंधित शोध फैकल्टी को दो लाख रुपये विश्वविद्यालय की ओर से मिलेंगे। प्रोजेक्ट प्रजेंटेशन के आधार पर यह चयन होगा।

कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने एक बेस्ट रिसर्च अवॉर्ड देने को भी स्वीकृति दी है। आरसीसी सेल के कोआर्डिनेटर प्रो. एमसी नौटियाल ने कहा कि इस अवॉर्ड के लिए चयनित फैकल्टी को विश्वविद्यालय की ओर से 25 हजार रुपये नकद पुरस्कार के साथ ही प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने को लेकर भी गुणवत्ता के आधार पर विश्वविद्यालय संबंधित फैकल्टी को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगा, जो क्रमश: 75 हजार रुपये और डेढ़ लाख रुपये होगा।

सर्वश्रेष्ठ लघु शोध पर छात्र को मिलेंगे 40 हजार

स्नातकोत्तर स्तर पर सर्वश्रेष्ठ लघु शोध प्रबंध (डिजर्टेशन) को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विवि के हर संकाय से एक-एक छात्र का चयन किया जाएगा। आरसीसी सेल के कोआर्डिनेटर प्रो. एमसी नौटियाल ने कहा कि चयनित प्रत्येक छात्र को 40 हजार रुपये की सहायता विवि की ओर से दी जाएगी। चयन के लिए विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों को लेकर पांच-पांच वरिष्ठ प्रोफेसरों की समिति गठित की गई है, जो प्रस्तुत किए गए लघु शोध प्रबंध प्रकरणों पर विचार कर दो दिनों के अंदर सर्वश्रेष्ठ डिजर्टेशन को चुनेंगे।

chat bot
आपका साथी