पर्यावरणविद् अनिल जोशी बोले, प्रकृति और गांव में बनाना होगा सामंजस्य

पर्यावरणविद् पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी ने गांव और प्रकृति दोनों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन दोनों में सामंजस्य बनाने की जरूरत है।

By Edited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 10:51 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 04:12 PM (IST)
पर्यावरणविद् अनिल जोशी बोले, प्रकृति और गांव में बनाना होगा सामंजस्य
पर्यावरणविद् अनिल जोशी बोले, प्रकृति और गांव में बनाना होगा सामंजस्य

पौड़ी गढ़वाल, जेएनएन। पर्यावरणविद् पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी ने गढ़वाल केंद्रीय विवि के स्कूल ऑफ एजुकेशन की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने गांव और प्रकृति दोनों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन दोनों में सामंजस्य बनाने की जरूरत है। 

गढ़वाल विवि के स्कूल ऑफ एजुकेशन की ओर से पंडित मदनमोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन शिक्षक और शिक्षण योजना के तहत उच्च शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों के लिए छह दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि प्राथमिक उत्पादन का मूल आधार गांव होता है और शहर में रहते हुए प्रबंधक के रूप में अन्य लोग उसका लाभ उठा रहे हैं। इससे प्रकृति का संतुलन भी बिगड़ रहा है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और संव‌र्द्धन के लिए जीवनशैली में बदलाव पर जोर दिया। कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों के 35 शिक्षक शिक्षिकाएं प्रतिभाग कर रहे हैं। 
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि क्षेत्रीय लोगों से ही क्षेत्रीय विकास संभव है। समय रहते हमें प्रकृति के अनुकूल बनना चाहिए। प्रशिक्षण कार्यशाला के संयोजक और गढ़वाल विवि शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. पीके जोशी ने कहा कि कहा कि पर्यावरण के बिना सतत विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती। प्रशिक्षण कार्यशाला की आयोजक सचिव प्रो. रमा मैखुरी ने छह दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्देश्यों को स्पष्ट किया।
उन्होंने बताया कि ग्रीन स्कूल, ग्रीन कॉलेज, ग्रीन करीकुलम, ग्रीन यूनिवर्सिटी के आधार पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान प्रो. अनिल नौटियाल, प्रो. गीता खंडूड़ी, प्रो. एसएस रावत, प्रो. सीमा धवन, प्रो. किरन डंगवाल, डॉ. रमेश राणा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. सिद्धार्थ लोहनी, रश्मि चौहान भी इस अवसर पर उपस्थित थे। डॉ. आशु रॉलेट ने कार्यक्रम का संचालन किया। 
गांवों में विवि चलाएगा जागरूकता अभियान
कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि गांवों में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय अभियान चलाएगा। इसके तहत प्राकृतिक संसाधनों के उचित दोहन को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने इस अभियान के लिए 16 गांव चिह्नित किए हैं।
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