नए जबड़े और हड्डी के साथ लग सकेंगे दांत
दांत के जिन रोगियों की जबड़े की हड्डी गल जाने अथवा खराब हो जाने से जबड़ा खराब हो जाता है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: दांत के जिन रोगियों की जबड़े की हड्डी गल जाने अथवा खराब हो जाने से जबड़ा खराब हो जाता है। ऐसे दंत रोगियों को अब नई हड्डी के साथ नए जबड़े और दंत प्रत्यारोपण के लिए मेरठ और दिल्ली की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
श्रीनगर के रामचंदा ओरो डेंटल क्लीनिक में दंत प्रत्यारोपण की अत्याधुनिक तकनीक ऑल ऑन फोर के जरिये यह सुविधा मिलेगी। बुधवार को क्लीनिक में वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. केके गुप्ता और उनकी टीम ने दस ऐसे मरीजों का सफल दंत प्रत्यारोपण भी किया। नंदप्रयाग, श्रीनगर और पौड़ी क्षेत्र के यह दंत रोगी थे। पहले दिन दिल्ली से आए वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. पल्लव किनरा नई तकनीक वाले दंत प्रत्यारोपण में सहयोगी बने।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि जबड़े की हड्डी के साथ दंत प्रत्यारोपण करने वाले मरीज का इलाज लंबे समय तक भी चलता है। यदि ऐसे मरीज बीच में दिल्ली जाते हैं, तो वह रामचंदा ओरो डेंटल क्लीनिक श्रीनगर का पर्चा दिखाकर दक्षिण दिल्ली के साउथ प्वाइंट डेंटिस्ट्री में भी अपना निश्शुल्क इलाज करा सकते हैं।
वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. गुप्ता ने कहा कि पहाड़ में ऐसे मरीज काफी संख्या में हैं, जिनके जबड़े की हड्डी गल जाने से उनके जबड़े में खराबी आ जाती है और दांत खराब हो जाते हैं। पहले ऐसे रोगी दिल्ली और मेरठ जाते थे, लेकिन अब उन्हें यही इलाज मिलेगा। डॉ. गुप्ता ने कहा कि नई हड्डी बनाकर नए जबड़े के साथ दांतों का प्रत्यारोपण किया जाता है। उन्होंने कहा कि दंत प्रत्यारोपण की यह बहुत सफल अत्याधुनिकतकनीक है। इससे पहाड़ के रोगियों को बहुत लाभ मिलेगा। इस मौके पर डॉ. गुप्ता के साथ डॉ. अर्पित बहुगुणा, डॉ. पारस असवाल, डॉ. नीता सेमवाल ने भी दंत प्रत्यारोपण में सहयोग दिया।