मरती रही सड़क, देखता रहा सिस्टम
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: एक सड़क, जिसने सिस्टम की अनदेखी के चलते दम तोड़ दिया। दिन-रात उपखनिज से लदे
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: एक सड़क, जिसने सिस्टम की अनदेखी के चलते दम तोड़ दिया। दिन-रात उपखनिज से लदे ओवर डंपरों ने सड़क पर जगह-जगह घाव दे दिए। सिस्टम की अनदेखी की शिकार यह सड़क आज आमजन को घाव दे रही है।
बात हो रही है करीब आठ किलोमीटर लंबे मोटाढाक-तल्ला मोटाढाक-कौड़िया मोटर मार्ग की, जिसे दिसंबर 2019 में लोक निर्माण विभाग की दुगड्डा इकाई ने करीब दस लाख की लागत से जीर्णोद्धार करने के बाद डामर बिछाया था। सरकार ने खोह, मालन, तेलीस्रोत नदियों में खनन के पट्टे नीलाम किए और उपखनिज से लगे ओवरलोडेड डंपर इस सड़क पर दौड़ने लगे। नतीजा, बीस टन भार क्षमता के लिहाज से बनाई गई इस सड़क पर साठ से अस्सी टन माल लेकर डंपर दौड़े तो सड़क पर बिछा डामर डंपरों से पहियों तले कुचलकर उखड़ने लगा। हैरत की बात यह है कि सड़क उखड़ती रही, लेकिन सिस्टम की आंखें तब भी नहीं खुली। नतीजा, सड़क में गहरे गड्ढ़े हो गए और वाहन चालकों को वर्तमान में गड्ढों में सड़क तलाशनी पड़ रही है।
टूट रही कमर, लाचार जन
गड्डों में तब्दील हुआ मोटाढाक-तल्ला मोटाढाक-कौड़िया मोटर मार्ग हरसिंहपुर, भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड की कोटद्वार इकाई के आवासीय व अनावासीय परिसर, खूनीबड़, शिवराजपुर, तल्ला मोटाढाक, चतुरवाला सहित कई अन्य क्षेत्रों को जोड़ती है। इस पूरे क्षेत्र की करीब आठ हजार की आबादी इसी मार्ग से कोटद्वार नगर की ओर आवागमन करती है। मार्ग की स्थिति बदहाल होने के कारण इस क्षेत्र के वाशिदे जहां कमर दर्द की बीमारी से जूझ रहे हैं, वहीं कई अन्य ने इस मार्ग से आवाजाही करनी छोड़ दी है। अब वे मोटाढांक-दुर्गापुरी-निबूचौड़ होते हुए नगर की ओर आते हैं।
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'ओवरलोडेड वाहनों के संचालन के कारण सड़क की स्थिति बिगड़ी है। इस संबंध में प्रशासन को लिखित रूप से भी अवगत कराया गया है। बजट मिलने के बाद सड़क की मरम्मत करवाई जाएगी। ..निर्भय सिंह, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, दुगड्डा'