वन विभाग ने बंद किया कोटद्वार-पाखरो मार्ग

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कार्बेट टाइगर रिजर्व में निर्माणाधीन टाइगर सफारी में हो रहे निर्माण कार्य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:32 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:32 PM (IST)
वन विभाग ने बंद किया कोटद्वार-पाखरो मार्ग
वन विभाग ने बंद किया कोटद्वार-पाखरो मार्ग

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कार्बेट टाइगर रिजर्व में निर्माणाधीन टाइगर सफारी में हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर विवाद में घिरे कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रशासन ने कोटद्वार-सनेह-पाखरो वन मोटर मार्ग पर गुजरस्रोत से आगे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी है। नतीजा, गढ़वाल सीमा से सटे बिजनौर जिले के बढ़ापुर व इससे लगे गांवों से कोटद्वार में होने वाली दूध व मावे की सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई है। बताना जरूरी है कि यह पहला मौका है जब क्षेत्र में वन महकमे ने लोक निर्माण विभाग की सड़क पर आवाजाही बंद की है।

बढ़ापुर निवासी विपिन कुमार प्रतिदिन बढ़ापुर से करीब पांच क्विटल दूध लेकर कोटद्वार आते हैं। साथ ही वे रोजगार के लिए कोटद्वार आने वाले अन्य कामगारों को भी लेकर आते हैं। कालागढ़ वन प्रभाग ने कोटद्वार-सनेह-पाखरो-बढ़ापुर मोटर मार्ग पर गुजरस्रोत पर बैरिकेडिग लगाकर आवाजाही रोक दी है। अब विपिन दूध लेकर कोटद्वार की ओर नहीं आ पा रहे हैं। कुछ यही स्थिति मो. कासिम, मो. तुबारक तसब्बुर की भी है। इधर, मंगलवार को लैंसडौन से बढ़ापुर की ओर जा रहे अनुराग गोयल ने बताया कि उनकी बढ़ापुर में जमीन है। वे पिछले कई वर्षों से कोटद्वार-सनेह-पाखरो मार्ग से बढ़ापुर जा रहे हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें गुजरस्त्रोत से वापस लौटा दिया गया है। दिल्ली से लैंसडौन घूमने आए केके शर्मा और विकास भी इस मार्ग से वापस लौट रहे थे। लेकिन, उन्हें भी गुजरस्त्रोत पर रोक दिया गया। हैरानी की बात तो यह है कि जिस सड़क को वन कानूनों का हवाला देकर बंद किया गया है, वह लोक निर्माण विभाग की सड़क है। लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोटद्वार-सनेह-पाखरो मोटर मार्ग पर पाखरो गेट तक सड़क लोनिवि के दुगड्डा डिविजन के अधीन है।

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यह है पूरा मामला

गुजरस्त्रोत में जिस वन चौकी से आगे आवाजाही रोकी गई है, उस क्षेत्र में टाइगर सफारी के नाम पर निर्माण किए जा रहे हैं। एनटीसीए ने टाइगर सफारी में हो रहे निर्माण कार्यों को अवैध करार दिया है। साथ ही इस क्षेत्र में अवैध पातन की भी शिकायतें सामने आई हैं। निर्माण कार्यों को लेकर उठे विवाद के बाद कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट प्रशासन ने गुजरस्त्रोत पर बैरिकेडिग लगातार आमजन की आवाजाही बंद कर दी।

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जिस जगह बैरिकेडिग लगाई गई है, वहां से कार्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा शुरू होती है। सड़क टाइगर रिजर्व की सीमा के भीतर से गुजर रही है, इस कारण सड़क पर आवाजाही रोकी गई है।

किशनचंद, प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट

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