बारिश से बढ़ी ठंड, उफान पर नदी-नाले

रविवार से हो रही बारिश ने कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में ठंड का अहसास करवा दिया है। पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड से बचाव के लिए ग्रामीणों ने गर्म कपड़ों का उपयोग किया। वहीं सोमवार को पूरे दिन हुई तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:49 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:49 PM (IST)
बारिश से बढ़ी ठंड, उफान पर नदी-नाले
बारिश से बढ़ी ठंड, उफान पर नदी-नाले

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: रविवार से हो रही बारिश ने कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में ठंड का अहसास करवा दिया है। पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड से बचाव के लिए ग्रामीणों ने गर्म कपड़ों का उपयोग किया। वहीं सोमवार को पूरे दिन हुई तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हुआ।

क्षेत्र में रविवार सुबह पांच बजे से शुरू हुई बारिश सोमवार को दोपहर बाद तक बदस्तूर जारी रही। सोमवार सुबह करीब तीन बजे से शुरू हुई मूसलधार बारिश के कारण पनियाली गदेरे के साथ ही खोह, मालन व अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ था। दोपहर बाद बारिश रुकने पर आमजन ने घर से बाहर निकलकर सुहावने मौसम का आनंद लिया। वहीं, दुगड्डा, लैंसडौन, गुमखाल, चरेख सहित अन्य स्थानों पर बारिश के कारण मौसम सर्द हो गया। लैंसडौन में पहुंचे पर्यटकों ने बारिश रूकने के बाद प्राकृतिक नजारों का आनंद लिया।

सड़कें अवरुद्ध, गांवों का कटा संपर्क

बारिश के कारण जहां कई स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध हो गई, वहीं जहरीखाल प्रखंड के ग्राम चाई में एक मकान का आंगन भूस्खलन की चपेट में आ गया। ग्राम चाई निवासी अशोक बुड़ाकोटी ने बताया कि भारी बारिश के कारण गणेश चंद्र व भास्करानंद का करीब पंद्रह मीटर लंबा आंगन बारिश से ढह गया। साथ ही चाई-सतपुली मोटर मार्ग भी टूट गया है। उधर, बारिश से कोटद्वार-रिखणीखाल मोटर मार्ग, सतपुली-कांसखेत मोटर मार्ग, रामनगर-धुमाकोट राष्ट्रीय राजमार्ग, फतेहपुर-लैंसडौन मोटर मार्ग सहित कई अन्य मोटर मार्ग बंद हो गए हैं।

बाल-बाल बचे 25 यात्री

कण्वघाटी : हरिद्वार-लालढांग-चिलरखाल-कोटद्वार मोटर मार्ग पर सोमवार को 25 यात्री उस वक्त बाल-बाल बचे, जब हरिद्वार से कोटद्वार की ओर आ रही जीएमओयू की बस से सिगड्डी स्त्रोत के तेज बहाव में फंस गई। बस के नदी में फंसते ही यात्रियों में हाहाकार मच गया। गनीमत यह रही कि बस नदी के बहाव में नहीं बही। बस चालक ने किसी तरह बस को बैक गेयर में डाल नदी से बाहर निकाला। इसके बाद यात्री नदी में जलस्तर कम होने का इंतजार करते रहे, लेकिन करीब तीन घंटे इंतजार करने के बाद भी पानी कम नहीं हुआ। बाद में पुलिस ने वन विभाग के सहयोग से वन विभाग के वाहन द्वारा यात्रियों को नदी को सुरक्षित पार करवाया।

संदेश : 18 कोटपी 6

कोटद्वार के सोमवार को मूसलधार बारिश के दौरान उफान पर बना पनियाली गदेरा

18 कोटपी 7

सोमवार को हुई बारिश के दौरान ढ़ाबखाल के समीप बंद पड़ा कोटद्वार-रिखणीखाल मोटर मार्ग

18 कोटपी 8

लालढांग-चिलरखाल वन मोटर मार्ग पर सिगड्डी स्त्रोत के किनारे खड़ी जीएमओयू की बस। जिसमें 25 यात्री सवार थे।

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