तीमारदारों को बेस में मिलेगी रेनबसेरा की सुविधा
जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में मरीजों के तीमारदारों के लि
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में मरीजों के तीमारदारों के लिए रेनबसेरा की सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। रेनबसेरा का निर्माण भी अंतिम चरण में है। प्रदेश के स्वास्थ्य और उच्च शिक्षामंत्री डा. धन सिंह रावत के विशेष प्रयासों से रेल विकास निगम लिमिटेड ने रेनबसेरा के प्रथम चरण निर्माण के लिए 22 लाख रुपये उपलब्ध कराए हैं। श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत का प्रयास है कि इस रेनबसेरा के निर्माण के दूसरे और तीसरे चरण के लिए हंस फाउंडेशन से आर्थिक सहायता शीघ्र उपलब्ध हो जाए। इसके लिए प्राचार्य डा. रावत ने हंस फाउंडेशन के उत्तराखंड प्रभारी पदमेंद्र सिंह बिष्ट के माध्यम से माता मंगला और बाबा भोलेजी महाराज से अनुरोध भी किया गया है। मेडिकल कालेज प्रशासन को विश्वास है कि रेनबसेरा निर्माण के अगले चरण के लिए हंस फाउंडेशन से शीघ्र सहयोग प्राप्त हो जाएगा। गढ़वाल के पौड़ी जिले के साथ ही चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी जिलों से भी बड़ी संख्या में मरीज और उनके तीमारदार बेस अस्पताल आते हैं। रेनबसेरा का निर्माण हो जाने से उन्हें भारी राहत भी मिलेगी। मरीजों और तीमारदारों की अधिक संख्या को देखते हुए मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत का प्रयास है कि रेनबसेरा का निर्माण बड़े स्तर पर कर तीमारदारों के लिए व्यापक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएं।
बेस अस्पताल के दूसरे प्रवेश द्वार के समीप मरीजों और तीमारदारों के लिए रेनबसेरा का निर्माण अंतिम चरण में है। प्रथम चरण में रेनबसेरा में चार-चार बेड क्षमता वाले दो बड़े कमरों के साथ ही शौचालय एवं अन्य सुविधाओं का निर्माण चल रहा है। सिचाई विभाग इसकी कार्यदायी संस्था है। बेस अस्पताल में गढ़वाल के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रतिदिन मरीज और उनके तीमारदार आते हैं। रेनबसेरा नहीं होने से तीमारदारों और मरीजों को ऊंची कीमत देकर होटल में रहना पड़ता है। जिससे अब उन्हें भारी राहत मिलेगी। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने निर्माण स्थल पर पहुंचकर रेनबसेरा के निर्माण का निरीक्षण करते हुए कार्यदायी संस्था अभियंता से गुणवत्ता बनाए रखने पर विशेष जोर दिया।