भाबर क्षेत्र में हाईटेंशन दे रहा टेंशन, नींद में सिस्टम
कोटद्वार व भाबर क्षेत्र के अधिकांश घरों के ऊपर से गुजर रही उच्च विद्युत क्षमता वाली तारें (हाईटेंशन) आमजन की चिता बढ़ाने लगी है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोटद्वार व भाबर क्षेत्र के अधिकांश घरों के ऊपर से गुजर रही उच्च विद्युत क्षमता वाली तारें (हाईटेंशन) आमजन की चिता बढ़ाने लगी है। तीव्र करंट वाली यह विद्युत लाइन बरसात के दौरान कब किसकी जिदगी पर भारी पड़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। पूर्व में हुए हादसों के बाद भी जिम्मेदार सिस्टम सुध लेने को तैयार नहीं है।
क्षेत्र में दशकों पूर्व विद्युत लाइन बिछाई गई थी। उस समय शहर की आबादी पचास हजार के करीब थी, लेकिन धीरे-धीरे समय बीतता गया और आबादी के साथ ही मकानों की संख्या भी बढ़ गई। ऐसे में अब कई घरों के ऊपर से उच्च विद्युत क्षमता वाली तारें गुजर रही हैं। नतीजा, शहर की बड़ी आबादी के सिर पर चौबीस घंटे मौत मंडरा रही है। मामूली चपेट भर से शरीर का खून चूस लेने वाले तीव्र करंट के बीच परिवार के सदस्यों की सांसें अटकी रहती हैं। आमपड़ाव निवासी शांति देवी, अखिलेश कुमार, राघव राय ने बताया कि विद्युत लाइन बदलवाने के लिए वह कई बार ऊर्जा निगम के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। इन स्थानों पर बनी है समस्या
शहर में आमपड़ाव, लकड़ीपड़ाव, मानपुर, देवी रोड, बालासौड़, काशीरामपुर सहित भाबर क्षेत्र के कई स्थानों पर हाईटेंशन तारों की समस्या बनी हुई है। आमपड़ाव में कुछ वर्ष पूर्व करंट लगने से दो युवकों की मौत भी हो गई थी। जबकि, कई बार व्यक्ति करंट लगने से झुलस भी चुके हैं। बरसात में परिवार के सदस्यों की चिता अधिक बढ़ जाती है।
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कोटद्वार क्षेत्र में घरों के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन हटाने के लिए बजट जारी किया गया है। अधिकारियों को जल्द कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
डा. हरक सिंह रावत, ऊर्जा मंत्री, उत्तराखंड