सिंचाई की नहर क्षतिग्रस्त इंद्रदेव के भरोसे किसान

दुगड्डा ब्लॉक के अंतर्गत मांडई गांव में धान की रोपाई का समय चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:55 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:55 PM (IST)
सिंचाई की नहर क्षतिग्रस्त  इंद्रदेव के भरोसे किसान
सिंचाई की नहर क्षतिग्रस्त इंद्रदेव के भरोसे किसान

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: दुगड्डा ब्लॉक के अंतर्गत मांडई गांव में धान की रोपाई का समय चल रहा है। काश्तकारों को पानी की जरूरत है, लेकिन क्षतिग्रस्त नहरों से खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। ग्रामीण समस्या से कई बार सिचाई विभाग को भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा। नतीजा अब ग्रामीण रोपाई के लिए पूरी तरह बरसात पर निर्भर हो गए हैं।

मांडई गांव में पचास से अधिक परिवार रहते हैं। अधिकांश परिवार खेती-बड़ी कर परिवार की आर्थिकी चलाते हैं, लेकिन इन दिनों सिचाई विभाग की लापरवाही इन काश्तकारों पर भारी पड़ रही है। ग्रामीण प्रमोद सिंह चौहान ने बताया कि वर्षों पूर्व लंगूरगाड नदी से गांव के खेतों तक सिचाई नहर बनाई गई थी। एक वर्ष पूर्व आई आपदा से सिचाई नहर जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। हालात यह हैं कि कुछ सप्ताह पूर्व की गई धान की रोपाई सूखने की कगार में पहुंच गई थी। हालांकि, पिछले तीन-चार दिनों से हो रही बारिश के कारण हालात में थोड़ा सुधार आया।

ग्रामीण जगदीश सिंह, पूरन सिंह, प्रमोद सिंह, ताजवर सिंह ने बताया कि आज से दस वर्ष पूर्व क्षेत्र में सबसे अधिक खेती मांडई गांव में होती थी, लेकिन अब सिस्टम की लापरवाही के कारण काश्तकार खेती से मुंह मोड़ रहे हैं। मेहनत करने के बाद भी काश्तकारों की फसल बर्बाद हो रही है।

संदेश : 27 कोटपी 1

दुगड्डा ब्लॉक के मांडई गांव में खेतों में पानी नहीं पहुंचने से सूखने की कगार पर पहुंची फसल

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