हर रोपित पौधे की देखभाल का जिम्मा दिया छात्र को

गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चौरास परिसर को श्रेष्ठ ग्रीन कैंपस बनाने को लेकर अभियान शुरू किया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 04:09 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 04:09 PM (IST)
हर रोपित पौधे की देखभाल का जिम्मा दिया छात्र को
हर रोपित पौधे की देखभाल का जिम्मा दिया छात्र को

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चौरास परिसर को श्रेष्ठ ग्रीन कैंपस बनाने को लेकर विवि के विभिन्न विभागों की ओर से पौधारोपण और स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। ग्रीन कैंपस बनाने को लेकर कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने हर रोपित पौधे की देखभाल करने का जिम्मा भी एक छात्र को देने की कार्ययोजना पर अमल करने को कहा है। विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की ओर से इसी कार्ययोजना को परवान चढ़ाते हुए विभागीय परिसर में खाली पड़ी भूमि पर तुंबी, हल्दू, जूनिपर, फाइकस आदि प्रजाति के लगभग 100 पौधों का रोपण किया गया। जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश नौटियाल के नेतृत्व में चले इस अभियान में विवि की ग्रीन प्लान कमेटी के संयोजक प्रो. आरके मैखुरी, कमेटी के सदस्य हैप्रक संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विजयकांत पुरोहित, विवि के सिविल अभियंता महेश डोभाल भी विशेष रूप से शामिल हुए। जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश नौटियाल ने विभाग के हर शोध छात्र को रोपित किए गए एक-एक पौधे की देखभाल की जिम्मेदारी भी दी।

गढ़वाल केंद्रीय विवि जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश नौटियाल की देखरेख में विभागीय परिसर की खाली पड़ी भूमि पर विभिन्न प्रजाति के 100 से अधिक पौधों का रोपण किया गया। विवि की ग्रीन प्लान कमेटी के संयोजक और विवि पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. आरके मैखुरी ने कहा कि कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की पहल पर शुरू किए गए एक छात्र एक वृक्ष कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय के अन्य विभाग भी इस अभियान को प्राथमिकता से चलाएंगे। जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश नौटियाल ने कहा कि चौरास परिसर को सर्वोत्तम ग्रीन कैंपस बनाने में हम सब सहयोगी बनेंगे। विवि के सिविल अभियंता महेश डोभाल, हैप्रक संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विजयकांत पुरोहित ने कहा कि ग्रीन कैंपस अभियान को लेकर वह हर संभव सहयोग देंगे। जंतु विज्ञान विभाग की फैकल्टी डा. दीपक सिंह भंडारी, डा. राजेंद्र सिंह फत्र्याल, डा. इंद्राशीष भट्टाचार्या के साथ ही विभाग के सभी छात्र-छात्राएं भी कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल थे।

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