स्लाटर हाउस : अब स्टनिग गन का इंतजार

जागरण संवाददाता कोटद्वार खाद्य सुरक्षा कानून लागू हुए आठ वर्ष बीत चुके हैं लेकिन कोटद्वार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 02:57 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 02:57 AM (IST)
स्लाटर हाउस : अब स्टनिग गन का इंतजार
स्लाटर हाउस : अब स्टनिग गन का इंतजार

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: खाद्य सुरक्षा कानून लागू हुए आठ वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन कोटद्वार क्षेत्र में आज भी मांस खुले में ही काटा जा रहा है। नगर पालिका कार्यकाल में कोटद्वार में स्लाटर हाउस का निर्माण तो किया गया, लेकिन आज तक उसमें मांस काटने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। नगर निगम प्रशासन ने स्लाटर हाउस के नाम पर मशीनें भी खरीद ली, जो निगम कार्यालय में धूल फांक रही हैं। शासन से जारी निर्देशों के बाद निगम ने स्लाटर हाउस संचालन के लिए निविदाएं तो आमंत्रित की, लेकिन निविदाएं खुलने के बाद पता चला कि अभी तक स्लाटर हाउस में वह उपकरण नहीं रखा गया है, जिससे जानवर को काटने से पूर्व बेहोश किया जा सके।

कोटद्वार नगर पालिका गठन के कुछ वर्षों बाद ही मोहल्ला आमपड़ाव में स्लाटर हाउस बना। स्लाटर हाउस से कुछ दूर मीट मार्केट बनाई गई। लेकिन, 1993 में स्लाटर हाउस को बंद कर दिया गया। नतीजा, मांस विक्रेता अपनी दुकानों पर ही मांस काटकर बिक्री करने लगे। 2008 में भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने खुले में मांस काटे व बेचे जाने पर आपत्ति जताई तो तत्कालीन नगर पालिका ने 2014 में मोहल्ला गाड़ीघाट में स्लाटर हाउस का निर्माण करवा दिया। स्लाटर हाउस भवन बने सात वर्ष बीत गए हैं, लेकिन आज तक भवन पर लटके ताले नहीं खुले हैं।

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यह है वर्तमान स्थिति

करीब डेढ़ लाख की आबादी वाले कोटद्वार नगर निगम में वर्तमान में 72 मांस विक्रेता मांस बेच रहे हैं। इनमें से अधिकांश दुकानों में खाद्य सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर मांस की बिक्री हो रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग की सख्ती के बाद निगम प्रशासन ने वर्ष 2019 के दिसंबर माह में 21 लाख की लागत से स्लाटर हाउस के लिए विभिन्न उपकरणों की खरीद कर ली। मार्च 2020 में प्राधिकरण ने नगर निगम को स्लाटर हाउस संचालन की अनुमति प्रदान की, जिसके बाद निगम ने स्लाटर हाउस संचालन के लिए निविदाएं खोली। निविदाएं खुलने के बाद पता चला कि स्लाटर हाउस में स्टनिग गन नहीं है, जिस कारण स्लाटर हाउस संचालित नहीं हो सकता। दरअसल, इस उपकरण से जानवर को काटने से पूर्व बेहोश किया जाता है।

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स्टनिग गन खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगले दो-तीन दिन में स्टनिग गन मिल जाएगी। इसके बाद स्लाटर हाउस को विधिवत रूप से शुरू कर दिया जाएगा।

किशन सिंह नेगी, नगर आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम

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