नियमों में ढील, लौटने लगी सिद्धबली की रौनक

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: शासन की ओर से पर्यटकों के लिए कोरोना जांच की अनिवार्यता को समाप्त करने के बा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:14 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:14 PM (IST)
नियमों में ढील, लौटने लगी सिद्धबली की रौनक
नियमों में ढील, लौटने लगी सिद्धबली की रौनक

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: शासन की ओर से पर्यटकों के लिए कोरोना जांच की अनिवार्यता को समाप्त करने के बाद कोटद्वार स्थित सिद्धबली धाम में भी धीरे-धीरे पुरानी रौनक लौटने लगी है। रविवार को सैकड़ों भक्तों ने शारीरिक दूरी के साथ ही अन्य नियमों का पालन करने हुए बाबा के दर पर शीश नवाया। मंदिर परिसर में आयोजित भंडारे का भी श्रद्धालुओं ने लुत्फ उठाया।

कोरोना संक्रमण के चलते बीते मार्च माह में सिद्धबली मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। जून माह से मंदिर प्रशासन ने पूजा-आरती के लिए मंदिर के कपाट खोलने शुरू किए। इस दौरान स्थानीय श्रद्धालु ही मंदिर दर्शन को पहुंच रहे थे। बीते दिनों प्रदेश सरकार ने प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड टेस्ट की बाध्यता समाप्त कर दी, जिसके बाद अब मंदिर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। रविवार को पांच सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने सिद्धबाबा के दर्शन किए।

जांच के बाद मिल रहा प्रवेश

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मंदिर की मुख्य सीढ़ीयों के समीप ही मंदिर के कर्मचारी श्रद्धालुओं की थर्मामीटर से जांच कर रहे हैं। जिन श्रद्धालुओं में बुखार की शिकायत नजर आ रही है, उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। भंडारे के दौरान भी शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। भंडारा कक्ष को पूरी तरह बंद रखा गया है व श्रद्धालु भंडारा कक्ष के बाहर से ही भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर अपनी सुविधा के अनुसार मंदिर परिसर में बैठ प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।

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