खतरे में आबादी, नींद में सिस्टम

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: पनियाली गदेरा को लेकर सिस्टम अब भी जगा नहीं है, जबकि पिछले साल बारिश के दौरा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:25 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:25 PM (IST)
खतरे में आबादी, नींद में सिस्टम
खतरे में आबादी, नींद में सिस्टम

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: पनियाली गदेरा को लेकर सिस्टम अब भी जगा नहीं है, जबकि पिछले साल बारिश के दौरान इस गदेरे से सैकड़ों लोग बेघर हो गए थे। मौजूदा हालत यह है कि एक वर्ष पूर्व गदेरे के आसपास अतिक्रमण चिह्नित करने के बाद भी उसे हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है। नतीजा, तेज बारिश होने पर कोटद्वार शहर की बड़ी आबादी की जान खतरे में पड़ सकती है।

घाड़ क्षेत्र के जंगलों से आने वाला पनियाली गदेरा कोटद्वार नगर क्षेत्र के करीब तीन किलोमीटर हिस्से में शहर के बीच से होकर गुजरता है। आज से तीस वर्ष पूर्व गदेरे की चौड़ाई करीब 80 से 100 मीटर थी, लेकिन धीरे-धीरे अतिक्रमण के कारण गदेरा पूरे तरह सिकुड़ गया। पनियाली गदेरे से होने वाली तबाही का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो वर्षों में इस गदेरे के कारण बरसात में सैकड़ों परिवार बेघर हुए हैं, जबकि दस से अधिक व्यक्ति अपनी जान तक गंवा चुके हैं। हर वर्ष हो रही तबाही से निपटने के लिए सिंचाईं विभाग ने गदेरे के आसपास 54 अतिक्रमण चिह्नित किए थे। योजना थी कि इस अतिक्रमण को हटाकर पनियाली गदेरे में सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी, लेकिन धरातल की स्थिति जस की तस बनी हुई है। इन क्षेत्रों को है खतरा

पनियाली गदेरे से जौनपुर, सिताबपुर, आर्मी कैंटीन, एमटी कैंप क्षेत्र, पालिका की रिफ्यूजी कालोनी, बिजली घर, सूर्यनगर, प्रतापनगर, देवी नगर, शिवपुर, मानपुर, पदमपुर, कौड़िया की बड़ी आबादी को बाढ़ का खतरा बना हुआ है। वर्तमान में आलम यह है कि पनियाली गदेरे में पूर्व में बनाई गई सुरक्षा दीवार के ऊपर भी कुछ व्यक्तियों ने झोपड़ी डालकर अतिक्रमण कर लिया है। पनियाली गदेरे से हुई तबाही

-16 सितंबर 2012 को सूर्या नगर में बनी पुलिया के कारण गदेरे का पानी सूर्या नगर व कौड़िया क्षेत्र में भरा, भारी नुकसान।

-अगस्त 2017 को पनियाली गदेरे से आई बाढ़ के कारण सात लोगों की मौत, पूरे क्षेत्र में जलभराव, हजारों घरों में भरा मलबा

-अगस्त 2018 में पनियाली गदेरे के उफान पर आने के बाद कई घरों में मलबा घुसा, एक महिला की मौत

-जुलाई 2019 में घर में गदेरे का पानी भर जाने के बाद सामान बाहर निकाल रहे तीन युवकों की करंट लगने से मौत

बरसात को लेकर एसडीआरएफ व सिचाई विभाग के साथ योजना बनाई गई है। यदि अधिक बारिश होती है तो पनियाली गदेरे के आसपास बने मकानों को खाली करवाया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।

..योगेश मेहरा, उपजिलाधिकारी

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