लखन के लिए द्रोणागिरी पर्वत उठाए लाए पवनसुत
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : सिद्धबली मार्ग स्थित बाल रामलीला मंच पर चल रही रामलीला के दसवें दिन लक्ष्मण
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : सिद्धबली मार्ग स्थित बाल रामलीला मंच पर चल रही रामलीला के दसवें दिन लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध की लीला का मंचन किया गया।
बुधवार की रात को आयोजित रामलीला का उद्घाटन पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, महापौर हेमलता नेगी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष संजय मित्तल, अल्पसंख्यक मोर्चा के नगर अध्यक्ष सरदार महेंद्र सिह ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। प्रथम ²श्य में लक्ष्मण-मेघनाथ का भीषण युद्ध होता है। मेघनाथ ब्रह्म शक्ति का प्रयोग कर लक्ष्मण जी को मूर्छित कर देता है। फिर हनुमान जी लंका से सुषेण वैद्य को उठा लाते हैं। सुषेण वैद्य के कहने पर हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए द्रोणागिरी पर्वत पर पहुंचते हैं। रास्ते में कालनेमि नामक राक्षस उनका रास्ता रोकता है। हनुमान कालनेमि का वध कर देते हैं।
संजीवनी बूटी को न पहचान पाने के कारण हनुमान द्रोणागिरी पर्वत ही उठा लाते हैं। संजीवनी बूटी से सुषेण वैद्य लक्ष्मण जी को ठीक कर देते हैं। इस मंचन से पूर्व, रावण मदद के लिए अपने भाई कुंभकरण के पास पहुंचते हैं और काफी मशक्कत के बाद कुंभकरण को नींद से जगा पाते हैं। कुंभकरण अपने बड़े भाई रावण को धर्म के मार्ग पर चलने के लिए समझाते हैं, लेकिन रावण नहीं मानता। फिर रावण की आज्ञा पाकर कुंभकरण राम-लक्ष्मण के साथ युद्ध करते हैं। युद्ध में कुंभकरण मारा जाता है। इस अवसर पर अध्यक्ष ज्ञान सिंह नेगी, पार्षद विपिन डोबरियाल, गौरव भाटिया, प्रदीप अग्रवाल, विनय भाटिया, पंकज अग्रवाल, नितिन गुप्ता, संजय शर्मा, अनिल नेगी, दिनेश शर्मा, बंटी सतीजा, कुसुम मोंगिया, भारत सिंह नेगी आदि मौजूद थे।