ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सालयों में भी लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

जागरण संवाददाता, पौड़ी: जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और इस पर प्रभावी रोकथाम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 09:56 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 09:56 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सालयों में भी लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सालयों में भी लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

जागरण संवाददाता, पौड़ी: जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और इस पर प्रभावी रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के बीच अच्छी खबर सामने आ रही है। प्रशासन की ओर से जनपद के विभिन्न ब्लॉकों के चयनित 13 चिकित्सालयों में आक्सीजन प्लांट लगाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इतना ही नहीं, चयनित चिकित्सालयों का खाका भी तैयार कर लिया गया है।

विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले पौड़ी जनपद में शहरों के बाद धीरे-धीरे अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण के मामले काफी आने लगे हैं। यही कारण है कि कई गांवों में स्थानीय प्रशासन को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित करना पड़ रहा है। मौजूदा समय में पूरे जनपद में 19 माइक्रो कंटेनमेंट जोन अब तक बनाए जा चुके हैं। जनपद के कोटद्वार, श्रीनगर के बाद अब पौड़ी, सतपुली व नैनीडांडा में पांच-पांच सौ लीटर के आक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। जबकि कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेढ़ सौ से दौ सौ लीटर के प्लांट लगाए जाने की योजना तैयार की गई हैं। बयान

जनपद के 13 अन्य चिकित्सालयों में आक्सीजन प्लांट लगाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। सभी ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सालय हैं ताकि दूर गांवों के संक्रमितों को कोई परेशानी न हो। कोशिश यही है कि हर जरूरतमंद को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले। इसी दिशा में कार्य किया जा रहा है।

डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल। प्रशासन की ओर से प्लांट के लिए चयनित किए स्वास्थ्य केंद्र:

सीएचसी बीरोंखाल, सीएचसी नैनीडांडा, सीएचसी घंडियाल, सीएचसी पाबौ, सीएचसी थलीसैंण, संयुक्त चिकित्सालय सतपुली, सीएचसी यमकेश्वर, सीएचसी कोट, सीएचसी नौगांवखाल, सीएचसी पैठाणी, सीएचसी खिर्सू, सीएचसी रिखणीखाल, सीएचसी चैलूसैंण। एनजीओ के माध्यम से होगी सौ बेड की व्यवस्था

जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव को देखते हुए परमार्थ निकेतन में एक एनजीओ की सहायता से सौ बेड की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा श्रीनगर बेस चिकित्सालय में दस आइसीयू बेड की भी व्यवस्था की जा रही है।

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