सेब से महंगे प्याज और आलू

कोरोना महामारी के इस दौर ने जहां लोगों की आर्थिक दुश्वारियां बढ़ा दी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 06:10 PM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 06:10 PM (IST)
सेब से महंगे प्याज और आलू
सेब से महंगे प्याज और आलू

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कोरोना महामारी के इस दौर ने जहां लोगों की आर्थिक दुश्वारियां बढ़ायीं वहीं जरूरी वस्तुओं की कीमतों में आ रहे भारी उछाल से हैरान आमजन परेशान भी है। दालों के साथ ही सब्जियों की कीमतों में भी पिछले दो महीनों में हुए भारी उछाल से सब्जी खरीदना भी भारी मुश्किल हो रहा है। भोजन की थाली से सब्जियां भी गायब होती जा रही हैं। सेब जहां 50 से 70 रुपये किलो बाजार में मिल रहा है वहीं प्याज 80 रुपये किलो और आलू 50 से 70 रुपये के बीच झूल रहा है। लगभग दो महीने पहले यही प्याज और आलू 30-30 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। प्रमुख सब्जी विक्रेता मांगेराम का कहना है कि थोक मंडी में ही सब्जी की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी से सब्जी की कीमतों में भारी उछाल आया है इससे प्रतिदिन की बिक्री भी प्रभावित हो रही है।

कोरोना के इस दौर में टमाटर की कीमतों में भी भारी उछाल आया है। 20 रुपये किलो मिलने वाला टमाटर अब 50 रुपये किलो मिल रहा है। 50 से 60 रुपये किलो बिकने वाली बीन्स की कीमत 100 रुपये प्रति किलो पहुंच गयी है। फूलगोभी, पालक, शिमला मिर्च की कीमतों में भी काफी बढ़ोत्तरी हो चुकी है। सब्जी मंडी के प्रमुख सब्जी विक्रेता घासीराम का कहना है कि थोक मंडी में सब्जी की कीमतों में बढ़ोत्तरी से ग्राहक ही नहीं वरन छोटे फुटकर सब्जी विक्रेता भी परेशानी में रहते हैं। सब्जी की फुटकर कीमत भी नजीबाबाद, ऋषिकेश थोक मंडी से ही निर्धारित होती है।

कोरोना काल सब्जी फुटकर विक्रेताओं की स्थिति को भी काफी बदल गया है। प्रमुख सब्जी विक्रेता मांगेराम की कोरोनाकाल से पहले सब्जी की प्रमुख दुकान भी हुआ करती थी। कोरोना ने परिस्थितियां ऐसी बदली कि मांगेराम अब ठेली में घर-घर जाकर सब्जी की बिक्री कर रहा है। मांगेराम ने कहा कि कोरोना ने उसकी ही नहीं वरन अधिकांश सब्जी विक्रेताओं की आर्थिक हालत पतली कर दी है।

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