कनमोठलिया पुल पर हादसों को न्योता दे रहा हाईवे

नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाटीसैंण व ज्वाल्पा धाम के मध्य कनमोठलिया पुल के समीप चट्टान से गिर रहे बोल्डर बड़े हादसे को न्योता दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 03:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 03:00 AM (IST)
कनमोठलिया पुल पर हादसों को न्योता दे रहा हाईवे
कनमोठलिया पुल पर हादसों को न्योता दे रहा हाईवे

संवाद सूत्र, पाटीसैंण: नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाटीसैंण व ज्वाल्पा धाम के मध्य कनमोठलिया पुल के समीप चट्टान से गिर रहे बोल्डर बड़े हादसे को न्योता दे रहे हैं। इधर, पुल के समीप ही एक चट्टान पर आकाशीय बिजली गिरने के बाद उसमें आई दरार ने परेशानी को और अधिक बढ़ा दिया है।

नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटद्वार से पौड़ी के मध्य प्रतिदिन दो हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है। पाटीसैंण व ज्वाल्पा धाम के मध्य कनमोठलिया पुल के समीप पिछले कई दिनों से पहाड़ी से लगातार मलबा व बोल्डर सड़क पर गिर रहे हैं। जिस स्थान पर मलबा व बोल्डर गिर रहे हैं, वहां सड़क काफी संकरी है। साथ ही सड़क से नीचे की ओर नयार नदी बह रही है। ऐसे में यदि कोई बोल्डर वाहन से आकर टकराता है तो वाहन का नदी में गिरना तय है। कुछ वर्ष पूर्व इस स्थान पर पौड़ी से कोटद्वार जा रही एक मैक्स दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें चार व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। एक वाहन पर सवार युवक पर भी बोल्डर गिर गया था, जिससे वह भी घायल हो गया था।

बीते वर्ष इसी स्थान पर मलबे से बचते हुए दूध से भरा एक ट्रक खड्ड में गिर गया, जिसमें चालक को चोटें आई। इधर, पुल के समीप ही एक चट्टान पर आकाशीय बिजली गिरने से चट्टान में दरार पड़ गई हैं, जिससे चट्टान के टूट कर राजमार्ग पर गिरने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में कब कौन सा वाहन चपेट में आ जाए, कहा नहीं जा सकता। तोली बैंड पर भी खतरा

ज्वाल्पा धाम व बुवाखाल के मध्य पीपलपानी गांव के समीप तोली बैंड पर भी चट्टान से लगातार मलबा राजमार्ग पर गिर रहा है। बरसात के इस मौसम में मलबे के साथ बोल्डरों के गिरने से दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। हैरानी की बात तो यह है कि राजमार्ग विभाग की ओर से दिन-प्रतिदिन बिगड़ रहे हालात को ढर्रे पर लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।

'राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति के संबंध में राजमार्ग विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। विभागीय अधिकारियों को सड़क बंद होने की दशा में उसे तत्काल खोलने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दुर्घटना संभावित स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध व चेतावनी बोर्ड लगाने को भी कहा गया है।

वीके जोगदंडे, जिलाधिकारी, पौड़ी

chat bot
आपका साथी