स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों की जिंदगी को लेकर बना लापरवाह, खतरे में कर्मी

भले ही स्वास्थ्य विभाग आमजन को कोरोना के प्रति जागरूक करने के दावे कर रहा हो। लेकिन हकीकत यह है कि स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों की जिंदगी को लेकर लापरवाह बना हुआ है। स्वास्थ्य कर्मी बिना पीपीई किट पहने व्यक्ति व पुलिस कर्मियों की कोरोना जांच कर रहे हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:09 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:44 PM (IST)
स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों की जिंदगी को लेकर बना लापरवाह, खतरे में कर्मी
स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों की जिंदगी को लेकर लापरवाह बना हुआ है।

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: भले ही स्वास्थ्य विभाग आमजन को कोरोना के प्रति जागरूक करने के दावे कर रहा हो। लेकिन, हकीकत यह है कि स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों की जिंदगी को लेकर लापरवाह बना हुआ है। स्वास्थ्य कर्मी बिना पीपीई किट पहने बाहरी राज्यों से आने वाले व्यक्ति व पुलिस कर्मियों की कोरोना जांच कर रहे हैं। ऐसे में यदि कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया तो वह स्वास्थ्य कर्मी व उसके परिवार को खतरे में डाल सकता है।

शासन की गाइडलाइन के अनुसार, कोरोना जांच करते समय स्वास्थ्य कर्मी का पीपीई किट पहनना अनिवार्य है। यह सुरक्षा कवच ही स्वास्थ्य कर्मी को ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाएगा। लेकिन, कोटद्वार का स्वास्थ्य विभाग इस गाइडलाइन को अनदेखा कर रहा है। दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर स्थित कौड़िया चेकपोस्ट पर बिना पीपीई किट पहने जांच की जा रही है। मंगलवार को भी स्वास्थ कर्मी चेक पोस्ट पर इसी लापरवाही के साथ पुलिस कर्मियों की जांच करते हुए नजर आए। यह सब देखने के बाद भी पुलिस अधिकारियों ने स्वास्थ्य कर्मी को पीपीई किट पहनने की सलाह नहीं दी। जबकि, दो दिन पूर्व राष्ट्रपति की ड्यूटी पर गए कई पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

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शहर में प्रवेश से पूर्व जांच जरूरी कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए पुलिस व प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। कौड़िया चेक पोस्ट से शहर में प्रवेश करने वाले बाहरी राज्यों के व्यक्तियों की कोरोना जांच करवाई जा रही है। यही नहीं प्रत्येक व्यक्ति से वैक्सीन लगवाने का प्रमाण पत्र भी मांगा जा रहा है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय ¨सह ने बताया कि बाहरी राज्य से आने वाले व्यक्तियों का फोन नंबर सहित अन्य जानकारियां भी रजिस्टर में दर्ज की जा रही हैं।

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