स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा उपयोगी : प्रो. अन्नपूर्णा

गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा बेहद उपयोगी है। कोरोनाकाल में इसकी प्रासंगिकता भी बढ़ी है। प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों और उसके तरीकों के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाना जरूरी है। जिसके लिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाने चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 10:44 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 10:44 PM (IST)
स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा उपयोगी : प्रो. अन्नपूर्णा
स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा उपयोगी : प्रो. अन्नपूर्णा

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा बेहद उपयोगी है। कोरोनाकाल में इसकी प्रासंगिकता भी बढ़ी है। प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों और उसके तरीकों के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाना जरूरी है। जिसके लिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाने चाहिए।

गुरुवार को राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के योग विभाग की ओर से वर्तमान समय में प्राकृतिक चिकित्सा की प्रासंगिकता विषय को लेकर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर पतंजलि विश्वविद्यालय के योग चिकित्सा एवं रिसर्च विभाग के अध्यक्ष डा. सचिन त्यागी ने बतौर रिसोर्स पर्सन प्राकृतिक चिकित्सा से मिलने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया। रोगों के निदान को लेकर एक्यूप्रेशर विधि को बहुत प्रभावी बताते हुए डा. त्यागी ने बहुत सरल और प्रभावी तरीके से उसके बारे में जानकारियां दीं। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के योग विभाग के अध्यक्ष डा. कामाख्या कुमार ने बतौर रिसोर्स पर्सन प्राकृतिक चिकित्सा के अंतर्गत की जाने वाली शरीर की मालिश और उपवास पर व्याख्यान दिया। गढ़वाल केंद्रीय विवि योग विभाग के सहायक आचार्य डा. चिताहरण बेताल ने डा. सचिन त्यागी के व्याख्यान और सहायक आचार्य डा. घनश्याम सिंह ठाकुर ने डा. कामाख्या कुमार के व्याख्यान के मुख्य बिदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। गढ़वाल केंद्रीय विवि की योग विभाग की अध्यक्ष डा. अनुजा रावत ने कुलपति और दोनों रिसोर्स पर्सन का विवि परिवार की ओर से स्वागत करते हुए वेबिनार की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। संकाय अध्यक्ष शिक्षा प्रो. रमा मैखुरी ने भी प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों पर विचार व्यक्त किए। वेबिनार के संयोजक और गढ़वाल केंद्रीय विवि योग विभाग के मुख्य प्रशिक्षक डा. विनोद नौटियाल ने मंत्र उच्चारण के साथ वेबिनार का शुभारंभ कराया। आयोजक सचिव डा. रजनी नौटियाल ने आभार व्यक्त किया। इस वेबिनार में 100 से अधिक प्रतिभागी जुड़े। फोटो - 18 एस.आर.आई.-2

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