मेडिकल इमेजिग एप्लीकेशन हो रही अधिक जटिल

जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में आयोजित दो सप्ताह की अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन शिक्षक विकास कार्यशाला संपन्न हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:46 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:14 AM (IST)
मेडिकल इमेजिग एप्लीकेशन हो रही अधिक जटिल
मेडिकल इमेजिग एप्लीकेशन हो रही अधिक जटिल

संवाद सहयोगी, पौड़ी: जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में आयोजित दो सप्ताह की अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन शिक्षक विकास कार्यशाला संपन्न हुई। कार्यशाला में जैव सूचना विज्ञान, दवा खोज, मशीन लर्निंग, जीनोम व प्रोटिओम विश्लेषण, कंप्यूटरिग सहित विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला में देश व दुनिया के विशेषज्ञ, शिक्षक व शोधार्थी शामिल रहे।

गुरुवार को कार्यशाला के समापन अवसर पर केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन चंडीगढ़ के डा. जतिेन्द्र विरमानी ने मशीन लर्निंग फॉर मेडिकल इमेजिग एप्लीकेशन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेडिकल इमेजिग एप्लीकेशन अधिक जटिल हो रही हैं। छवियों को तेजी से और अधिक सटीक रूप से वर्गीकृत करने के लिए मशीन लर्निंग तकनीक महत्वपूर्ण है। संस्थान के निदेशक प्रो. एमपीएस चौहान ने कार्यशाला को सफल बताते हुए कहा कि जैव सूचना विज्ञान सहित ड्रग डिस्कवरी क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण की मांग लगातार बढ़ रही है। प्रतिभागियों से प्राप्त होने वाली गुणात्मक प्रतिक्रिया स्पष्टवादी, प्रेरक, महत्वपूर्ण और प्रभावी है। कार्यक्रम समन्वयक डा. अन्नपूर्णा सिंह ने कहा जटिल जैविक प्रणालियों को समझने के लिए प्रयोगात्मक और कम्प्यूटेशनल अनुसंधान के एकीकरण की आवश्यकता होती है। उन्होंने कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी विषय में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग तकनीक को महत्वपूर्ण बताया। टीक्यूप समन्वयक प्रो. भोला झा ने कहा क िसंयुक्त एफडीपी विशेष रूप से दवा की खोज का विषय निश्चित रूप से कोविद काल में विश्व समुदाय की मदद करेगा। इस अवसर पर कुलसचिव संदीप कुमार, विभागाध्यक्ष डा. एचएस भदौरिया, डा. ममता बौंठियाल, डा. अरुण भट्ट आदि मौजूद थे।ृ

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