पंचतत्व में विलीन हुए भारत माता के सपूत बलिदानी स्वतंत्र सिंह

जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर स्वयं को देश के लिए बलिदान करने वाले गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास उडियारी पहुंचा। जांबाज बेटे की अंतिम यात्रा में आंखों में आंसू लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 10:00 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:47 PM (IST)
पंचतत्व में विलीन हुए भारत माता के सपूत बलिदानी स्वतंत्र सिंह
बलिदानी सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके घर।

कोटद्वार, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले 16-गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार स्वतंत्र सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। भारी तादाद में उमड़े जनसमूह ने बलिदानी को अंतिम विदाई दी।

गुरुवार को पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई फायरिंग में जवाबी कार्रवाई के दौरान देश के लिए अपना बलिदान देने वाले सूबेदार स्वतंत्र सिंह की पार्थिव देह शुक्रवार शाम सेना के हेलीकॉप्टर से गढ़वाल राइफल्स के मुख्यालय लैंसडौन पहुंची। शनिवार सुबह करीब दस बजे बलिदानी की पार्थिव देह सेना के विशेष वाहन से ग्राम उडियारी स्थित उनके आवास में पहुंची। सुबह से ही आवास में जुटे जनसमूह ने पार्थिव देह के पहुंचते ही पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। पूरे सैन्य सम्मान के साथ बलिदानी की देह को अंतिम दर्शन के लिए घर के आंगन में रखा गया।

इस दौरान बलिदानी की माता प्यारी देवी अपनी सुधबुध खो बैठी, वहीं पत्नी रेखा देवी शव को देखकर बेहोश हो गई, जबकि बेटियां शिवानी व संगीता एकटक अपने पिता को देखती रही। यूं लगा मानो उनकी आंखे पथरा गई हों। करीब आधे घंटे बाद जैसे ही घर से अंतिम यात्रा शुरू हुई, बेटियां पिता की देह से लिपट गई। मौजूद नाते-रिश्तेदार उन्हें घर के भीतर ले गए। बाद में उनकी देह को पैतृक शमशान घाट भैंसखेतू के लिए ले जाया गया, जहां जीआरआरसी के कर्नल विवेक मिश्रा, एसडीएम योगेश मेहरा, सूबेदार भीम सिंह सहित अन्य ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। सैन्य टुकड़ी ने बलिदानी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद बड़े बेटे अंकित ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा के दौरान पूरे रास्ते में ग्रामीण भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। बलिदानी की शहादत पर शोक स्वरूप कांडाखाल व आसपास के क्षेत्रों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।  

परिवार के एक सदस्य को दी जाएगी सरकारी नौकरी: राज्यमंत्री 

शनिवार को प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बलिदानी स्वतंत्र सिंह के पैतृक आवास में पहुंचना था। लेकिन, उनका कार्यक्रम रद हो गया। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत उडियारी गांव पहुंचे व बलिदानी की देह पर पुष्पचक्र अर्पित किया। उन्होंने कहा कि बलिदानी स्वतंत्र सिंह के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने बलिदानी के स्वजनों को हरसंभव मदद देने की बात कही। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक ऋतु खंडूड़ी, पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, भाजपा सैन्य प्रकोष्ठ के जिला संयोजक गजेंद्र धस्माना, प्रमोद रावत, दिवाकर लखेड़ा, सुभाष चंद्र आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।

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