एनएच पर लगी स्ट्रीट लाइट की मेंटिनेंस को फंसा पेच
जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल आलवेदर रोड परियोजना के तहत देवप्रयाग से स्वीत तक नेशनल ह
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: आलवेदर रोड परियोजना के तहत देवप्रयाग से स्वीत तक नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण और डामरीकरण कार्य होने के साथ ही आबादी वाले क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट के पोल भी लगा दिए गए हैं। लेकिन, स्ट्रीट लाइट का मेंटिनेंस और बिजली के बिल का भुगतान कौन करेगा, इसे लेकर मामला अभी तक सुलझा नहीं है। बागवान, मलेथा, कीर्तिनगर, जुयालगढ़ के साथ ही श्रीकोट तक स्ट्रीट लाइट के कुल लगभग 650 पोल लगे हैं, जो केबिल के जरिये एक दूसरे से कनेक्ट हैं। लेकिन, इन स्ट्रीट लाइट पर अभी बिजली नहीं दी गई है।
लोनिवि एनएच डिविजन के वरिष्ठ अभियंता राजीव शर्मा ने कहा कि बिजली बिल का भुगतान और इनका मेंटिनेंस का दायित्व कौन वहन करेगा। इसे लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को पत्र भेजा गया है। संबंधित कान्ट्रेक्टर के बांड में स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रविधान है, लेकिन उसके मेंटिनेंस और बिजली बिल का खर्च कौन वहन करेगा, इस संबंध में स्पष्ट नहीं है। मूल्यागांव के पास और देवप्रयाग से लगभग डेढ़ किमी आगे नए भूस्खलन जोन के उपचार को लेकर संबंधित डिजाइन तैयार करने का कार्य टीएचडीसी को दिया गया है। इस मामले में परिवहन मंत्रालय की ओर से टीएचडीसी को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। इन दोनों भूस्खलन क्षेत्र की जीएसआइ से रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। राजीव शर्मा ने बताया कि कंसल्टेंट टीएचडीसी से संबंधित डिजाइन का प्रारूप प्राप्त हो जाने के बाद आगे कार्यवाही तेज होगी। श्रीनगर और उफल्डा के मध्य मालढैय्या पर नदी किनारे की ओर एनएच पर अतिरिक्त पानी को डाइवर्ट करने को लेकर भी ठेकेदार को कहा गया है।